

आसनसोल : आसनसोल दक्षिण थाना पुलिस ने रेलवे में नौकरी लगाने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी करने के मामले में एक अभियुक्त को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार होने वाले अभियुक्त का नाम मिथलेश कुमार बताया गया है। वह बांका (बिहार) का रहने वाला है। उसे शुक्रवार को आसनसोल जिला अदालत के सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया। मामले के जांच अधिकारी ने कांड में शामिल अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी, उक्त ठगी किये गए रुपयों की बरामदगी सहित मामले पर अपनी विशेष छानबीन करने का हवाला देते हुए उसे पुलिस रिमांड पर लेने की अपील अदालत से की। अदालत ने अभियुक्त की जमानत अर्जी रद्द कर उसे 7 दिनों की रिमांड पर पुलिस के साथ भेज दिया। अब पुलिस के स्तर से कांड में शामिल बंधन नामक अभियुक्त की तलाश पूरे जोर शोर से शुरू कर दी गई है। फिलहाल उक्त पूरे मामले पर पुलिस अधिकारियों की छानबीन लगातार जारी है।
क्या था पूरा मामला ?
बताया जाता है कि एक फर्जी उम्मीदवार मिथिलेश कुमार ने आधार और बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण के दौरान धोखाधड़ी की थी। वहीं शिकायत के आधार पर, डीआरएम अधिकारी / पूर्वी रेलवे / आसनसोल में उपरोक्त मामला दर्ज किया गया था और पुलिस ने जांच शुरू की थी। हालांकि जांच के दौरान, उपलब्ध गवाहों से पूछताछ की गई और उनके बयान दर्ज किए गए। वहीं पूछताछ के दौरान अभियुक्त ने अपना अपराध स्वीकार किया और बताया कि कुछ महीने पहले सुल्तानगंज स्टेशन पर उसकी मुलाकात बंधन नाम के एक व्यक्ति से हुई थी, जिसने उसे पैसों के बदले रेलवे में नौकरी दिलाने का प्रस्ताव दिया था। बंधन की ओर से उसने और उसके साथियों ने नौकरी की सभी प्रक्रियाएं, जैसे लिखित परीक्षा, चिकित्सा आदि पूरी की थी, जिसके बदले उसे 4 लाख रुपये का भुगतान भी किया गया था। अपने वादे के अनुसार वे पटना स्टेशन पर फिर मिले, जहां बंधन ने उसे 4 लाख रुपये के बदले रेलवे में नौकरी का जॉइनिंग लेटर दिया था। हालांकि उसका मोबाइल फोन खो जाने के कारण उससे कोई संपर्क नहीं हो पाया था। उसने पूर्व रेलवे अधिकारियों को अपने बयान के संबंध में एक लिखित घोषणा पहले ही प्रस्तुत कर दी थी। उसने आगे कहा कि यदि उसे मौका दिया जाए तो वह पुलिस को उस मुख्य अपराधी की पहचान करने में मदद करेगा जो पैसों के बदले नौकरी दिलाने वाले गिरोह से जुड़ा हुआ है। फिलहाल उक्त मामले पर पुलिस की छानबीन शुरू कर दी गई है।