

रानीगंज : रानीगंज थाना क्षेत्र के वक्तानगर ग्राम स्थित महंत पल्ली में गुरुवार को एक श्राद्ध कर्म के दौरान हुए विवाद ने एक युवक की जान ले ली। अमित बाउरी नामक युवक की पीट-पीटकर मार डालने का आरोप है। इस घटना के बाद मृतक के परिजनों और स्थानीय लोगों में जबरदस्त आक्रोश देखने को मिला, जिन्होंने आरोपियों के घरों पर हमला कर दिया और तोड़फोड़ व आगजनी की। इलाके में तनाव फैलने के बाद पुलिस ने कड़ी मशक्कत से स्थिति को नियंत्रित किया। इस मामले में पुलिस ने परिमल बाउरी नामक युवक को हिरासत में लिया है। रविवार को उसकी पेशी आसनसोल जिला अदालत में की गई। अदालत ने उसकी जमानत याचिका खारिज कर 7 दिनों के लिए पुलिस रिमांड पर भेज दिया।
विवाद ने लिया खूनी मोड़, इलाके में तनाव
यह घटना गुरुवार को तब हुई जब अमित बाउरी उसी इलाके में एक श्राद्ध कर्म में शामिल होने गया था। यहां किसी बात को लेकर आपसी कहासुनी शुरू हुई जो जल्द ही मारपीट में बदल गई। इस मारपीट में अमित गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे तुरंत बांसड़ा इलाके के एक गैर-सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन शनिवार शाम उसने दम तोड़ दिया।
मौत की खबर से भड़का गुस्सा, आरोपियों के घर पर हमला
अमित की मौत की खबर मिलते ही उसके परिवार और आस-पड़ोस के लोग भड़क उठे। उन्होंने तत्काल कथित अभियुक्तों के घरों पर धावा बोल दिया, जहां उन्होंने बाइक समेत कई सामानों को क्षतिग्रस्त कर दिया। आरोप है कि इस दौरान आगजनी भी की गई, जिससे इलाके में तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गई। सूचना मिलते ही रानीगंज थाना और आमरासोता फांड़ी की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस को स्थिति को नियंत्रित करने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी।
परिवार ने की न्याय की मांग
मृतक की बहन रेबा बाउरी ने बताया कि एक मामूली-सी बात पर उनके भाई को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया गया। उसने न्याय की गुहार लगाते हुए कहा कि जिन लोगों ने उनके भाई की जान ली है, उन्हें इस इलाके में रहने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने यह भी चिंता व्यक्त की कि अमित की मौत के बाद अब उनके परिवार का भरण-पोषण कैसे होगा। वहीं रीता बाउरी ने कहा कि इस घटना के बाद अचानक भीड़ ने उनके घर में आकर तोड़फोड़ शुरू कर दी। बाइक समेत अन्य कई सामान तहस-नहस कर दिया।
सुनियोजित हत्या का आरोप
शुक्रवार को मृतक के परिजन और इलाके के लोग अमित का शव लेने के लिए अस्पताल पहुंचे। इसके बाद वे आमरासोता पुलिस फांड़ी पहुंचे और पुलिस से निर्दोष लोगों को गिरफ्तार नहीं करने की अपील की। बाउरी समाज के सदस्य नीलकंठ बाउरी ने आरोप लगाया कि अमित बाउरी एक सामाजिक कार्यकर्ता था और उसकी हत्या सुनियोजित तरीके से की गई है। उन्होंने दावा किया कि परिमल तथा दो अन्य युवकों ने मिलकर अमित को योजनाबद्ध तरीके से पीटा। लोहे के रॉड और अन्य हथियारों से किए गए हमले के कारण उसके कई आंतरिक अंग क्षतिग्रस्त हो गए थे। नीलकंठ बाउरी ने कहा कि अमित बाउरी हमेशा आम जनता से जुड़े कार्यों के लिए तत्पर रहता था और यही बात असामाजिक तत्वों को पसंद नहीं थी। उन्होंने मांग की कि जो भी दोषी हैं, उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।