अपने परिवार से अलग हुई नेपाली लड़की को उद्वार करने के बाद अपनी बहन से कर रही बात
अपने परिवार से अलग हुई नेपाली लड़की को उद्वार करने के बाद अपनी बहन से कर रही बात

एक नेपाली लडकी को उद्धार कर खड़गपुर के प्रबुद्व भारती शिशु तीर्थ में रखा गया

लड़की नेपाली के अलावा कोई भाषा नहीं बोल सकती है
Published on

खड़गपुर : पुलिस ने नेपाली लड़की को उद्वार कर खड़गपुर स्थित राज्य सरकार के प्रबुद्ध भारती शिशु तीर्थ गृह में रखा। 16 वर्षीय लड़की का नाम बिमला विका है। उसके परिवार मंे उसके पिपिता सुभाष, माता कमला, विवाहित बहन कल्पना और ब़ड़ा भाई कृष्णा हैं। 3 मई की शाम को एक सुंदर लड़की को गर्भवती हालत में स्थानीय लोगों ने उसे देखा और थाने को सूचना दी। वह 7 महीने की गर्भवती है। लड़की नेपाली के अलावा कोई भाषा नहीं बोल सकती है और संभवतः मानसिक असंतुलन के कारण वह अपना पता नहीं बता सकती। स्थानीय लोग भाषा के कारण उसकी बात समझ नही पा रहे थे। गृह की अधिकारी अनु चक्रवर्ती ने हैम रेडियो के पश्चिम बंगाल रेडियो क्लब को सूचित किया। परिवार के सदस्यों से संपर्क करने की व्यवस्था की गई है। उन्होंने वीडियो कॉल के जरिए बात की। माता-पिता दोनों ने दूसरी शादी कर ली है और चले गए हैं। बहन की भी शादी हो गई है। जिसके कारण नेपाल की सरकार से बात की गई है। माता-पिता में से कोई भी उसे वापस नहीं ले जाना चाहता। उसे अपने साथ ले जाने के लिए उसकी विवाहित दीदी को कहा गया है और इस बारे में उसके ससुराल में बातचीत चल रही है।कोलकाता स्थित नेपाली दूतावास के सतीश थापा को मामले की जानकारी दे दी गई है। अगर ऐसा होता है, तो दूतावास उसे भी नेपाल ले जाना चाहता है। वीडियो कॉल के बाद दोनों बहनें फूट-फूट कर रोने लगीं।

logo
Sanmarg Hindi daily
sanmarg.in