

खड़गपुर : पश्चिम मिदनापुर जिले के अंर्तगत आने वाले नारायणगढ़ ब्लॉक के कुशबासन ग्राम पंचायत के चौलकुंडी और आसपास के कई मौजों के लोगों को पक्का पुल मिलने जा रहा है। जिसके बाद उन इलाके के लोगों का दशकों की पीड़ा का अंत हो जाएगा। इस चाउलकुंडी इलाके में केलघाई नदी पर दशकों से एक अस्थायी लकड़ी का पुल बना हुआ है।
पश्चिम मिदनापुर जिले के नारायणगढ़ के चाउलकुंडी इलाके में केलेघई नदी पर अस्थाई पुल बना हुआ है। हर साल बाढ़ में यह अस्थायी पुल बह जाता है और बाढ़ के उतर जाने के बाद में ग्राम पंचायत द्वारा इसका पुनर्निर्माण किया जाता है। इस बार ग्रामीणों को उस पीड़ा से बचाने के लिए नारायणगढ़ के विधायक सूर्यकांत अट्ट ने पहल करते हुए उस लकड़ी के पुल के स्थान पर पक्का स्थायी पुल बनाने के लिए विधायक निधि से 30 लाख 1 हजार 407 रुपये आवंटित किए हैं। उन्होंने औपचारिक रुप से इस कार्य का शिलान्यास किया। कुशबासन ग्राम पंचायत के उप मुखिया सचिंद्रनाथ प्रधान ने कहा कि इस पुल के पक्का हो जाने से चाउलकुंडी और आसपास के दसरुई, मसानचक और देउलबार मौजा के लोगों को लाभ मिलेगा। इन इलाकों के किसान चाउलकुंडी इलाके में इस पुल के अंत में कृषि भूमि पर जाने के लिए इसी पुल का इस्तेमाल करते हैं। विधायक सूर्यकांत अट्टा ने कहा उन्होने पिछले विधानसभा चुनाव से पहले इस पुल को पक्का करने का वादा किया था। हर साल बाढ़ के दौरान यह पुल टूट जाता है जिससे इलाके के लोगों को परेशानी होती है। इस स्थिति से निजात पाने के लिए पुल को पक्का करने की पहल की गई है। उन्होने जानकारी दी कि कार्य आदेश दे दिए गए हैं व उम्मीद है कि अगले तीन से चार महीने में पुल का निर्माण पूरा हो जाएगा।