

जामुड़िया : ईसीएल के श्रीपुर सातग्राम एरिया के महाप्रबंधक को बहुजन समाज संयुक्त मोर्चा द्वारा पश्चिम बंगाल राज्य और भारत संघ में कार्यरत बहुजन विचारधारा के बाउरी समाज, आदिवासी समाज, ग्वाला समाज सहित 23 संगठनों की एक संयुक्त कार्रवाई समिति के साथ मंगलवार को विभिन्न मांगों को लेकर जेके नगर मोड़ से बोगड़ा से श्रीपुर एरिया कार्यालय तक एक रैली निकाली गई। इसके पश्चात सातग्राम श्रीपुर एरिया के महाप्रबंधक को एक ज्ञापन सौंपा गया। इस दौरान बहुजन समाज संयुक्त मोर्चा के अध्यक्ष सिंटू भुइंया ने बताया कि कुछ दिनों पहले रोटीबाटी कोलियरी में कार्मिक प्रबंधक के मार्गदर्शन में अर्द्धनिर्मित आदिवासी घर को तोड़ दिया गया। वहीं जब इसके पीछे के कारण के बारे में पूछा गया, तो प्रबंधक ने इसके लिए कोई कानूनी दस्तावेज, राज्य न्यायालय का नोटिस, कानूनी नोटिस, सुनवाई या प्राधिकरण नहीं होने की बात स्वीकार की।
साथ ही उन्होंने कहा कि ईसीएल सातग्राम श्रीपुर एरिया के हाटतल्ला के आसपास खनन कार्य ने स्थानीय आदिवासी और अनुसूचित जाति के लोगों के लिए भी खतरा पैदा कर दिया है, जिससे उन्हें भूमि धंसने के कारण अपने घर छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा है। लंबे समय से चर्चा के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। यह घटना अराजकता और अर्द्धनिर्मित आदिवासी घरों को अवैध रूप से ध्वस्त करने का एक स्पष्ट उदाहरण है, जहां निवासी कई वर्षों से रह रहे हैं। उन्होंने कहा कि आदिवासी लोग यहां के मूल वासिंदा हैं। ईसीएल के संस्थान होने से पहले यहां आदिवासी निवास करते हैं और इनसे यहां रहने का कागजात मांगा जाता है। उनलोगों ने मिलकर कोयला खदानों का निर्माण किया है। यहां की कोल रत्न कंपनी उनलोगों के बलिदान से बनी है। अधिकारी यहां नौकरी करने आते हैं। नौकरी करके जाएं लेकिन उनसे यह न पूछें कि वे लोग कौन हैं। उनलोगों को हमारे अधिकारों से वंचित किया जाएगा तो वे लोग आज दो हजार लोग लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं, कल बहुजन समाज के 50 हजार लोगों को लेकर प्रदर्शन करेंगे एवं पूरे ईसीएल को बंद कर देंगे।