

रानीगंज : सुप्रीम कोर्ट द्वारा 2016 की एसएससी भर्ती प्रक्रिया को रद्द करने के फैसले के बाद पश्चिम बंगाल के विभिन्न स्कूलों में शिक्षकों की नौकरियां छिन गई हैं। रानीगंज के बसंती देवी गोयनका विद्या मंदिर की भी 27 में 12 शिक्षा कर्मियों की नौकरी चली गई। इस फैसले से उन शिक्षा कर्मियों में गहरी निराशा है जिनकी नौकरी चली गई। इस फैसले के आने के बाद वे शिक्षिकाएं बिलखकर रो पड़ीं। शुक्रवार को स्कूल में जाकर देखा गया कि जिन शिक्षिकाओं की नौकरी चली गई है, उनके चेहरे पर निराशा का भाव साफ झलक रहा था और वे सदमे में हैं। शिक्षिकाओं के बीच सिर्फ सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर चर्चा हो रही थी। साथ ही उनकी नजरें अब राज्य सरकार पर टिकी हुई हैं कि किस प्रकार वह नए सिरे से शिक्षक-शिक्षिकाओं को नियुक्त करती है।
स्कूल में 400 से अधिक छात्राएं, शिक्षा कर्मियों की कमी से बड़ा संकट
बसंती देवी गोयनका विद्या मंदिर में 400 से अधिक छात्राएं पढ़ती हैं और शिक्षिकाओं की संख्या पहले से ही सीमित थी। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद स्कूल में अध्यापन कार्य बुरी तरह प्रभावित होने की आशंका है। स्कूल की प्रधानाध्यापिका श्रुति गांगुली ने कहा कि वे इस स्थिति से बहुत परेशान हैं। अगर 27 में से 12 शिक्षिकाएं हटा दी जाएंगी तो वे छात्राओं को पढ़ाने का प्रबंध कैसे करेंगी ? पहले से ही शिक्षिकाओं की कमी थी, अब यह संकट और गहरा हो गया है।
शिक्षिकाओं ने रोते हुए कहा, भविष्य हो गया अंधकारमय
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद स्कूल में बेहद भावुक माहौल देखा गया। 12 शिक्षिकाएं रोते हुए स्कूल से बाहर निकलीं। उनकी पीड़ा देखकर अन्य शिक्षिकाएं भी भावुक हो गईं। एक शिक्षिका ने रोते हुए कहा कि उन्होंने नियमों का पालन कर नौकरी पाई थी। उन्हें नहीं लगता कि उन्होंने कोई गलती की है। अब उन्हें अचानक बेरोजगार कर दिया गया है। उनके और उनके परिवार का भविष्य क्या होगा ? वहीं जिन शिक्षिकाओं की नौकरी चली गई है, वे सदमे में हैं और अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं। उन्होंने इस नौकरी के लिए बहुत मेहनत की थी, और अब सब कुछ खत्म हो गया।
स्कूल प्रबंधन की चिंता– पढ़ाई कैसे होगी ?
स्कूल की एक वरिष्ठ शिक्षिका ने बताया कि भौतिक विज्ञान, जीवन विज्ञान, हिंदी और बांग्ला जैसे विषयों की शिक्षिकाओं की नौकरी गई है। इन विषयों की पढ़ाई अब गंभीर संकट में है। उनकी कक्षाएं पहले ही शिक्षिकाओं की कमी से जूझ रही थीं, अब हालात और खराब हो जाएंगे। छात्राओं और उनके अभिभावकों ने भी चिंता जताई है। एक छात्रा ने कहा कि हम इतने सालों से इन्हीं शिक्षिकाओं से पढ़ती आई हैं। अब हमें नई शिक्षक और शिक्षिका कैसे मिलेंगी ? उनकी परीक्षाएं नजदीक हैं, वे बहुत चिंतित हैं। फिलहाल, स्कूल में अध्यापन कार्य प्रभावित होने की संभावना है और इसका सीधा असर छात्राओं की पढ़ाई पर पड़ेगा।