
बांकुड़ा : जिसे राज्य के विभिन्न जिलों व थानों की पुलिस वर्षों से ढूंढ रही थी, आखिरकार वह अभियुक्त बांकुड़ा जिला पुलिस के कोतुलपुर थाना के हत्थे चढ़ गया। करीब एक साल 3 महीने से कोतुलपुर थाना की पुलिस अभियुक्त की तलाश में जुटी थी। उत्तर 24 परगना जिला के सोदपुर इलाके से पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर यहां लाकर बुधवार को उसे विष्णुपुर अदालत में पेश किया। अभियुक्त का नाम चंदन पकरासी है। वह कोलकाता के सोदपुर इलाके का रहने वाला तथा एक प्राइवेट कंपनी का मालिक है। अभियुक्त पर आरोप है कि उसने मोबाइल फोन का टावर बैठाने के नाम पर राज्य के अनगिनत लोगों को ठगी का शिकार बनाया है। बांकुड़ा जिला के कोतुलपुर थाना में अभियुक्त के खिलाफ 12 मार्च 2024 को आईपीसी की धारा 406 /420 के तहत मामला दर्ज हुआ था। कोतुलपुर के ब्रम्भन्यारी गांव निवासी अमिताभ पात्रा ने प्राथमिकी दर्ज कराते हुए कहा था कि 17 जुलाई 2019 के दिन उनके मोबाइल फोन पर एक कॉल आया। कॉलर ने उनसे कहा कि वह पास रिटेल कंपनी से बोल रहा है, यदि आपके पास खाली जमीन है और मोबाइल टावर बैठाने को इच्छुक है तो बतायें। कॉलर ने मोबाइल टावर बैठाने से होने वाले फायदे गिनवाते हुए उन्हें झांसे में ले लिया। सिक्योरिटी मनी के नाम पर उनसे रुपये भेजने को कहा गया। उसने कॉलर द्वारा दिए गए अकाउंट नंबर पर उसी दिन 20 हजार रुपये भेजे। इसके बाद विभिन्न चार्ज के नाम पर उनसे रुपये की मांग की जाती रही और वह भेजते रहे। 17 जुलाई 2019 से 4 मार्च 2020 तक उन्होंने करीब 4 लाख रुपये भेज दिए। वहीं जब भी टावर लगाने की बात कहते तो बहाने बना दिया जाता। इसके बाद कोरोना काल का हवाला देते हुए लॉकडाउन खत्म होने के बाद टावर बैठाने की बात कही गयी थी। लॉकडाउन खत्म होने के बाद जब उन्होंने कंपनी से संपर्क किया तो फिर रुपये की मांग की गई। उन्होंने जनवरी 2022 और मार्च 2022 के बीच फिर तीन बार में 16000 रुपये दिए। इसके बाद भी बहानेबाजी चलती रही। अंत में ठगी का एहसास होने के बाद उन्होंने चंदन पकरासी के खिलाफ मामला दर्ज कराया।
क्या कहते हैं पुलिस अधिकारी
विष्णुपुर के एसडीपीओ सुप्रकाश दास ने सन्मार्ग से कहा कि जांच पड़ताल से पता चला है कि अभियुक्त चंदन पकरासी के खिलाफ राज्य के विभिन्न थानों में मामले दर्ज है। वह मोबाइल फोन का टावर लगाने के नाम पर लोगों को कई वर्षों से ठगी का शिकार बनाते आ रहा था। यूं कहा जाए कि राज्य भर में टावर फ्रॉड के मास्टर माइंडों में वह एक है। इतना शातिर है कि वह अब तक पुलिस से बचता आ रहा था। कोतुलपुर थाना की पुलिस ने विभिन्न सोर्स के सहयोग से आखिरकार उसे गिरफ्तार करने में सफलता पाई। उसे विष्णुपुर अदालत में पेश किया गया। अदालत ने उसे 6 दिनों के लिए पुलिस रिमांड पर रखने का आदेश दिया है।