

सांकतोड़िया : कोल इंडिया ड्रेस कोड के लेकर मंगलवार को नई दिल्ली में कोल इंडिया की एपेक्स जेसीसी की बैठक आयोजित हुई। इस बैठक में कर्मचारियों के ड्रेस कोड के लिए 12 हजार 500 रुपये के आर्थिक सहयोग पर मुहर लगाई गई। एपेक्स जेसीसी की बैठक की अध्यक्षता कोल इंडिया के चेयरमैन पीएम प्रसाद ने की। इस दौरान उत्पादन और उत्पादकता को लेकर चर्चा भी की गई। कोल इंडिया प्रबंधन द्वारा कोल इंडिया तथा अनुषांगिक कंपनियों के 2025-26 के लिए निर्धारित उत्पादन लक्ष्य के आंकड़े प्रस्तुत किए गए एवं इस लक्ष्य तक पहुंचने जोर लगाने को कहा गया। वहीं अन्य विषयों पर भी विचार-विमर्श किया गया। मालूम हो कि कोयला कर्मियों के लिए अब कोल इंडिया ने ड्रेस कोड लागू किया है। यह ड्रेस कोड सभी स्तर के कर्मचारियों, चाहे वे अधिकारी हों या कर्मचारी, सभी पर लागू होता है। ड्रेस कोड लागू करने का उद्देश्य कार्यस्थल पर एक पेशेवर माहौल बनाना और कंपनी की ब्रांड छवि में सुधार करना है। जानकारों का कहना है कि कोल इंडिया व उसकी सहायक कोल कंपनियों के पुरुष कर्मचारी जल्द ही नेवी ब्लू पेंट व स्काई ब्लू शर्ट में काम करते दिखेंगे। वहीं महिला कोल कर्मी मैरून कलर की साड़ी व कुर्ती, ब्लैक सलवार-दुपट्टा आदि में दिखेंगी। कोल इंडिया के अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए ड्रेस कोड तय करने के लिए गठित कमेटी गठित की गई थी।
ब्रांडेड कंपनियों का लेना होगा कपड़ा
ड्रेस सिलाने के लिए कर्मियों को ब्रांडेड कंपनी का कपड़ा लेना होगा और उसका बिल कंपनी के समक्ष प्रस्तुत करना होगा। यह लागू होने के बाद ठेका श्रमिकों के लिए भी ड्रेस कोड लागू किया जायेगा जिसके लिए निविदा की शर्तों में प्रावधान किया जायेगा। ड्रेस के लिए अग्रिम रूप से राशि उपलब्ध कराई जायेगी, जिसके बाद कर्मचारी ड्रेस खरीद कर उसका बिल प्रस्तुत करेंगे। कपड़े की गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए कुछ खास कंपनी का ही कपड़ा लेना होगा, जिनमें रेमंड, रामराज कॉटन, अरविंद लिमिटेड, लुईस फिलिप, वर्दमान टेक्सटाइल, ब्लैक बेरी, विस्पन इंडिया, ट्रिडेंट ग्रुप आदि शामिल हैं। ड्रेस के लिए 12500 रुपये साल में एक बार दिया जायेगा जबकि वासिंग एलाउंस 185 रुपये प्रति माह की बात प्रबंधन द्वारा कही गयी है। बैठक में सीआईएल के निदेशक (मानव संसाधन) विनय रंजन सिन्हा सहित यूनियन प्रतिनिधि के तौर पर एचएमएस से नाथूलाल पाण्डेय, एटक से रमेन्द्र कुमार, सीटू से रामनंदन तथा बीएमएस से के लक्ष्मा रेड्डी की उपस्थित रही।