प्यार के बिना जिंदगी की कल्पना भी नहीं की जा सकती। यह प्यार ही है जो जीवन को अर्थ प्रदान करता है। ये एक अत्यंत खूबसूरत अहसास है। पति पत्नी के रिश्ते की डोर भी प्यार से ही बंधी होती है।
ये पूर्वाग्रह ही हैं जो रिश्ता डेवलप होने से पूर्व ही उस पर आरी चला देते हैं। यह विश्वास ही है जिस पर संबंध टिका होता है। दांपत्य को लेकर दूसरों के कड़वे अनुभवों को अपने पर हावी न होने दें।
पॉजिटिव सोच
जब तक साथी के लिए सोच पाॅजिटिव नहीं होगी, रिश्ता गहरा और पुख्ता नहीं हो पाएगा। पाॅजिटिव सोच ही रिश्ते का आधार स्तंभ है। यह विश्वास और प्यार ही है जिसके होने पर ही पूर्ण समर्पण किया जाता है। प्यार की हदों को छुआ जा सकता है।
आपसी तालमेल जरूरी
यह दैहिक रिश्ता ही है जो पति-पत्नी के रिश्ते को संपूर्णता प्रदान करता है। उन्हें नजदीक लाता है। परिवार को आगे बढ़ाने के लिए यह एक प्राकृतिक नियम है। प्यार बनाये रखने में सेक्स की भूमिका अहम है। इसके लिए उम्र बंधन नहीं। जरूरी है आपसी तालमेल। तन-मन को स्वस्थ रखता है पति-पत्नी का सुखद देह संबंध।
एक दूसरे को स्पेस दें
स्पेस रिश्ते के लिए आक्सीजन है। स्पेस के अभाव में रिश्ते का दम घुटने में देर नहीं लगेगी। हर व्यक्ति का अपना व्यक्तित्व होता है जिसे फलने फूलने देने के लिए उसे आजादी भी चाहिए। जो दो प्यार करने वाले इस बात को समझ लेते हैं, उनके बीच प्राॅब्लम्स होने के चांस कम होंगे। कई बार प्यार के अतिरेक में व्यक्ति बेहद पजेसिव हो जाता है। साथी का किसी से हंसना बोलना तक उसे गवारा नहीं होता। साथी को लेकर शक करना भी कई बार प्यार के अतिरेक के कारण ही डेवलप होता है। यह बात अच्छी तरह समझ लेनी चाहिए कि प्यार मन को बांधता है। व्यक्ति की हर गतिविधि पर नियंत्रण का नाम प्यार नहीं है।
छोटी मोटी बातों को तूल न दें
अक्सर यही होता है कि बड़े-बड़े झगड़ों के मूल में बात कुछ भी नहीं होती। विश्लेषण करने पर स्वयं कपल को ही झगड़े का कारण हास्यास्पद लगेगा। अगर कल्पनाओं के घोड़े दौड़ाकर उन पर लगाम रखी जाए तो कई तलाक होने से बच सकते हैं। मैरिज काउंसलर भी यही सलाह देंगे कि छोटी मोटी बातों को तूल न देकर उन्हें नजरअंदाज करना सीखें। राई का पहाड़ बनाकर आप अपनी एनर्जी और वक्त तो बर्बाद करते ही हैं, साथी को भी तनावग्रस्त कर उसकी खुशियां छीन लेते हैं।
पाॅजिटिव सोच रखने वाले पर्वत को भी राई की तरह ही देखते हैं। कोई भी बात इतनी बड़ी नहीं होती कि जो आपके प्यार और खुशियों पर भारी पड़े। फिर जहां समस्या होती है, हल भी होता है। गलतियों को नजरअंदाज करें। प्यार से समझा दें। समझ गए तो अच्छा नहीं तो प्यार बहुत बड़ी चीज है। इस पर उन्हें हावी न होने दें। प्यार खुशी है। यह न भूलें। उषा जैन 'शीरीं'(उर्वशी)