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दो देश जहां मिल रही है लाश के बदले लाश जानें जहां ?

मरने वालों के आकड़े कर देंगे हैरान, मानवता हुई शर्मसार

नई दिल्ली : इजराइल-हमास युद्ध में अब तक 69,000 से ज्यादा फलस्तीनी मारे जा चुके हैं। दोनों पक्षों ने हाल में हुए संघर्ष विराम समझौते की शर्तों के तहत शवों का आदान-प्रदान पूरा कर लिया है। गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।

शवों की पहचान के बाद मृतकों की संख्या बढ़ी

इजराइल और हमास के बीच 10 अक्टूबर को संघर्षविराम शुरू होने के बाद से तबाह गाजा पट्टी में और शव मिलने और अन्य शवों की पहचान होने के बाद मृतकों की संख्या में यह बढ़ोतरी हुई है। इस हमले में फलस्तीनी भी मारे गए थे। इजराइल का कहना है कि उसने बचे हुए चरमपंथियों को निशाना बनाकर ये हमले किए थे।

अस्पताल के अधिकारियों के अनुसार इजराइल ने शनिवार को 15 और फलस्तीनियों के अवशेष गाजा को लौटा दिए। इससे एक दिन पहले ही चरमपंथियों ने एक बंधक के अवशेष इजराइल को लौटाए थे।

इजराइली मृतक की हुई पहचान

इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय के अनुसार, मृतक की पहचान लियोर रुडैफ के रूप में हुई है। ‘द होस्टेजेज एंड मिसिंग फैमिलीज फोरम’ संगठन ने बताया कि रुडैफ का जन्म अर्जेंटीना में हुआ था। यह आदान-प्रदान संघर्षविराम के प्रारंभिक चरण का मुख्य हिस्सा है, जिसके तहत हमास द्वारा सभी बंधकों के अवशेषों को यथाशीघ्र वापस करना अनिवार्य है। सभी बंधकों की वापसी के लिए परिवारों और समर्थकों ने शनिवार रात तेल अवीव में फिर से रैली निकाली।

शव के बदले शव

प्रत्येक इजराइली बंधक के बदले इजराइल 15 फलस्तीनियों के अवशेष सौंप रहा है। दक्षिणी शहर खान यूनिस के नासिर अस्पताल में फोरेंसिक मेडिसिन के निदेशक अहमद धीर ने बताया कि अब तक 300 के अवशेष वापस आ चुके हैं, जिनमें से 89 की पहचान हो चुकी है। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि युद्ध शुरू होने के बाद से वहां मरने वालों की संख्या बढ़कर 69,169 हो गई है।

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