लखनऊ : समाजवादी पार्टी (SP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) सरकार और निर्वाचन आयोग मिलकर साजिश के तहत उन विधानसभा क्षेत्रों में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के बहाने 50 हजार से अधिक वोट काटने की तैयारी कर रहे हैं, जहां 2024 में लोकसभा चुनाव में सपा और ‘इंडिया’ गठबंधन जीते थे।
सपा मुख्यालय में अपने पिता एवं पार्टी संस्थापक दिवंगत मुलायम सिंह यादव की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने दावा किया कि यह जानकारी मिली है कि उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में भाजपा ने निर्वाचन आयोग के साथ मिलकर बड़ी तैयारी की है। उन्होंने आयोग से मांग की कि उत्तर प्रदेश में एसआईआर प्रक्रिया के लिए समय और बढ़ाया जाए।
आंकड़ों के अनुसार, 2022 के विधानसभा चुनाव में 255 सीटें जीतने वाली भाजपा को 2024 के लोकसभा चुनाव में सिर्फ 162 विधानसभा सीटों पर ही बढ़त मिली जबकि विधानसभा चुनावों में 111 सीट जीतने वाली सपा ने लोकसभा चुनाव में 183 विधानसभा सीटों पर सर्वाधिक मत पाने का रिकॉर्ड बनाया। तब 2022 में सिर्फ दो सीट जीतने वाली कांग्रेस ने भी लोकसभा चुनावों में 40 विधानसभा सीटों पर बढ़त बनायी।
यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा के लोग जब मुद्दों पर और जनता के बीच हारने लगे, तो साजिशन एसआईआर ले आये। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘निर्वाचन आयोग से हम अपेक्षा करते हैं कि वह निष्पक्ष रहेगा और यह संस्था हमारी हर शिकायत का निराकरण करेगी, लेकिन यह सुनने में आ रहा है कि भाजपा और आयोग 2024 की हार के बाद सबसे ज्यादा पश्चिम बंगाल और उप्र पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।’
उन्होंने आरोप लगाया, ‘भाजपा सरकार, निर्वाचन आयोग मिलकर यह तैयारी कर रहे हैं कि 2024 के जिन विधानसभा क्षेत्रों में समाजवादी पार्टी जीती है, ‘इंडिया’ गठबंधन जीता है, उन विधानसभा क्षेत्रों में एसआईआर के बहाने 50 हजार से ज्यादा वोट काट दिया जाए।’ सपा प्रमुख ने कहा, ‘यही उप्र में चल रहा है और यही पश्चिम बंगाल में चल रहा है, इसलिए हम लोग सावधान हैं।
हम राजनीतिक स्तर पर, अपनी पार्टी के स्तर पर और अपने सभी कार्यकर्ताओं के स्तर पर अपील करते हैं कि ये पूरी जिम्मेदारी के साथ अपनी वोटर लिस्ट ठीक करें। जो वोट है और जो वोट बनना चाहिए वह बनवाएं, बीएलओ (बूथ लेवल अधिकारी) से मिलकर बात करें और जहां कहीं शिकायत मिले, वह पार्टी मुख्यालय को जरूर भेजें।’
अपने पिता को याद करते हुए अखिलेश यादव ने कहा, ‘पिछली बार (22 नवंबर को) जब मैं सैफई में था और उस दिन हम लोगों ने तय किया था कि 22 नवंबर 2026 को नेताजी के स्मारक का उद्घाटन करेंगे और आज फिर उनके जन्मदिन पर जब हम सब समाजवादी लोग उन्हें याद कर रहे हैं तो मैं यह बात दोहरा रहा हूं कि 22 नवंबर 2026 को नेताजी स्मारक का हम लोग उद्घाटन करेंगे। उस दिन बड़ा समारोह आयोजित होगा।’
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