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AI ने टेक कर्मचारियों की नींद हराम की, अब तक 100000 से ज्यादा लोगों को जॉब से निकाला

टेक कंपनियों में जैसे-जैसे एआई का उपयोग बढ़ रहा, वैसे-वैसे नौकरियों पर खतरा बढ़ता जा रहा है

नई दिल्लीः कृत्रिम बुद्धिमत्ता यानी एआई (AI) से टेक्नोलॉजी कंपनियों में नौकरियां जाने का जो खतरा महसूस किया जा रहा था। वह अब बड़े स्तर पर सच होता दिखाई देने लगा है। 2025 की शुरुआत में दुनियाभर की 200 से अधिक टेक्नोलॉजी कंपनियों में एक लाख से अधिक जॉब जा चुके हैं। एआई के बढ़ते उपयोग और अनिवार्यता की वजह से आने वाले दिनों में यह संख्या और बढ़ने वाली है। अमेरिका के साथ ही भारत में भी यह रुझान देखने को मिल रहा है।

218 टेक कंपनियों में गईं 112,732 नौकरियां

अमेरिका की सभी प्रमुख टेक्नोलॉजी कंपनियां मसलन माइक्रोसॉफ्ट, अमेजन, एक्सेंचर के साथ ही सिलीकॉन वैली की अन्य कंपनियां और कंसल्टिंग फर्म, लॉजिस्टिक कंपनी के साथ ही मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर भी एआई की मार झेल रहा है। दुनियाभर की आईटी कंपनियों की भर्ती गतिविधियों पर नजर रखने वाली Layoffs.fyi. ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया है कि 2025 में अब तक दुनिया भर की 218 टेक कंपनियों में 112,732 कर्मचारियों ने अपना जॉब खो दिया है। यह एक अभूतपूर्व स्थिति है जिसमें एआई जॉब खा रही है। टेक दुनिया के इतिहास में पहले कभी ऐसा नहीं देखा गया कि एक साथ कंपनियां अपने इतने कर्मचारियों को बाहर कर रही हैं।

अमेजन में बड़ी तादाद में नौकरियां गईं

अमेरिकी महाकाय टेक्नोलॉजी और ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन इस साल की शुरुआत से ही बड़े पैमाने पर जॉब कटिंग कर रही है। 2025 की शुरुआती महीने में ही कंपनी ने 22 हजार कर्मचारियों को निकाल बाहर किया। फरवरी में 16,084 जॉब कट किये जबकि अप्रैल महीना कंपनी के कर्मचारियों के लिए ब्लैक मंथ साबित हुआ क्योंकि इस महीने कुल 24,500 कर्मचारियों को कंपनी ने अपनी खर्च कटौती नीति के तहत निकाल बाहर किया। कंपनी अधिकारियों ने इन जॉब कटौतियों के लिए एआई को प्रमुख रूप से जिम्मेदार बताया है। इन जॉब कटौतियों के अलावा अभी अमेजन कॉरपोरेट पोजीशन स्तर के 14 हजार टेक अधिकारियों को निकालने की प्रक्रिया पर काम कर रही है। अमेजन में करीब साढ़े तीन लाख कर्मचारी हैं।

अमेजन के रास्ते पर अन्य कंपनियां

अमेरिका की अन्य प्रमुख टेक कंपनियों ने भी अमेजन के रास्ते पर चलने का फैसला किया है। प्रमुख सेमीकंडक्टर निर्माता कंपनी इंटेल ने 25,000 कर्मचारियों की छुट्टी कर दी है। अब उसके कर्मचारियों की संख्या एक लाख से कम होकर 75 हजार हो गयी है। इंटेल की तरह ही माइक्रोसॉफ्ट ने 15,000 जॉब कम किये हैं। यूपीएस ने तो कुल 48,000 कर्मचारियों की छंटनी कर दी है।

भारतीय टेक कंपनी में भी जॉब कटौती

दुनिया भर में एआई के बढ़ते प्रभाव की वजह से नौकरियों पर पैदा हुए संकट का बादल भारत में भी मंडराता दिख रहा है। भारत की प्रमुख सॉफ्टवेयर निर्यात कंपनी टीसीएस ने भी 19,755 जॉब खत्म किये हैं। एआई के साथ भारत-अमेरिका ट्रेड संकट का सामना भी भारत की इस सबसे बड़ी प्राइवेट जॉब देने वाली कंपनी को करना पड़ रहा है। टीसीएस के साथ दूसरी भारतीय कंपनियां भी एआई की वजह से अपने कर्मचारियों की संख्या कम करने की प्रक्रिया पर काम कर रही हैं।

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