नई दिल्ली - पिछले नौ महीनों से अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स अपने साथी बुच विल्मोर के साथ अंतरिक्ष में फंसी हुई थीं। तकनीकी खराबी के कारण, जो मिशन केवल 8 दिनों में पूरा होना था, वह अब तक जारी रहा। हालांकि, अब राहत की खबर यह है कि नासा और स्पेसएक्स का क्रू-10 मिशन अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर पहुंच चुका है। इसका मतलब है कि सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर के पास अब सहायता पहुंच गई है। इस ऐतिहासिक पल की तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं।
नासा और स्पेसएक्स का क्रू-10 मिशन इस समय इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पर सफलतापूर्वक पहुंच चुका है। ये अंतरिक्ष यात्री फाल्कन-9 रॉकेट के जरिए ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट से वहां पहुंचे। उनके पहुंचते ही फाल्कन-9 रॉकेट की डॉकिंग सफलतापूर्वक पूरी हुई। इसके बाद हैच खोला गया और अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर से मुलाकात हुई।
साथियों से मिली सुनीता विलियम्स
क्रू-10 मिशन की सफल डॉकिंग के बाद, जब सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर अपने साथियों से मिले, तो दोनों के चेहरे पर खुशी झलक उठी। साथियों को देखकर वे बेहद उत्साहित हो गए और गर्मजोशी से गले मिले। सभी अंतरिक्ष यात्रियों ने मिलकर इस पल का जश्न मनाया, डांस किया और सेलिब्रेट किया। नासा का फाल्कन-9 रॉकेट सुबह 9:40 बजे इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पर पहुंचा। इस मिशन में अमेरिका के दो अंतरिक्ष यात्री एन मौक्केलन और निकोल आयर्स, जापान के तुकुया ओनिशी और रूस के किरिल पेस्कोव भी शामिल हैं।
कुछ दिनों में लौटने की उम्मीद
अनुमान लगाया जा रहा है कि इस हफ्ते के अंत तक सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर स्पेसएक्स कैप्सूल के जरिए अपने अन्य साथियों के साथ पृथ्वी के लिए रवाना होंगे। नासा ने यह भी बताया है कि यदि मौसम अनुकूल रहा, तो स्पेस कैप्सूल को बुधवार, 19 मार्च 2025 से पहले अंतरिक्ष स्टेशन से अलग कर फ्लोरिडा के तट पर लैंड कराया जाएगा।