मस्कटः ओमान के सुलतान हैसम बिन तारिक ने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाने में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के योगदान के लिए बृहस्पतिवार को उन्हें विशेष नागरिक सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ ओमान’ से नवाजा। प्रधानमंत्री मोदी को ओमान की दो दिवसीय यात्रा के दौरान यह सम्मान दिया गया। तीन देशों के अपने दौरे के दौरान मोदी जॉर्डन और इंडोनेशिया की यात्रा कर चुके हैं।
प्रधानमंत्री मोदी को इस सम्मान समेत दूसरे देशों में 28 से अधिक उच्चतम नागरिक सम्मान से नवाजा जा चुका है। हाल ही में उन्हें इथियोपिया में “ग्रेट ऑनर निशां ऑफ इथियोपिया’ और कुवैत में “ऑर्डर ऑफ मुबारक अल-कबीर” से सम्मानित किया गया था।
भारत और ओमान के बीच कूटनीतिक संबंधों की 70वीं वर्षगांठ के अवसर पर मोदी ओमान की यात्रा पर हैं। इस यात्रा के दौरान दोनों पक्ष व्यापार, निवेश, ऊर्जा, रक्षा और संस्कृति में रणनीतिक साझेदारी को प्रगाढ़ बनाने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी बुधवार को मस्कट पहुंचे थे, जहां उनका गर्मजोशी से स्वागत करते हुए ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया गया।
भारत-ओमान के बीच कई व्यापार समझौते
भारत और ओमान के बीच बृहस्पतिवार को मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर हस्ताक्षर किए जाने के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ओमान के सुल्तान हैथम बिन तारिक के साथ द्विपक्षीय वार्ता की और दोनों देशों की रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने पर चर्चा की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने भारत और ओमान के बीच कूटनीतिक संबंधों के 70 वर्ष पूरे होने को द्विपक्षीय साझेदारी के लिए एक अहम उपलब्धि बताया। उन्होंने कहा, “दोनों नेताओं ने भारत-ओमान रणनीतिक साझेदारी को और अधिक मजबूत और व्यापक बनाने के तरीकों पर विचार किया।” दोनों पक्षों ने व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते (सीईपीए) पर हस्ताक्षर का स्वागत करते हुए इसे द्विपक्षीय संबंधों में एक मील का पत्थर करार दिया।
क्षेत्रीय और वैश्विक महत्व के मुद्दों पर भी चर्चा
जायसवाल ने कहा, "दोनों नेताओं ने रक्षा, सुरक्षा, व्यापार एवं निवेश, ऊर्जा, कृषि, प्रौद्योगिकी, नवीन एवं उभरते क्षेत्र, संस्कृति और लोगों के बीच संपर्क सहित कई विषयों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। उन्होंने क्षेत्रीय और वैश्विक महत्व के मुद्दों पर भी चर्चा की।" सीईपीए पर वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और ओमान के वाणिज्य, उद्योग एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री कैस बिन मोहम्मद अल यूसुफ ने हस्ताक्षर किए। यह व्यापार समझौता बाजार तक पहुंच बढ़ाने, निवेश को प्रोत्साहित करने और प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने में सहायक होगा। इसके जरिये वैश्विक आर्थिक पुनर्निर्धारण के दौर में व्यापार विविधीकरण और आपूर्ति शृंखला की मजबूती को समर्थन मिलने की उम्मीद है।
प्रधानमंत्री मोदी ने ओमान को मित्र देश बताया
इसके पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और ओमान के बीच सीईपीए द्विपक्षीय संबंधों को नई ऊर्जा और विश्वास देगा। वह सुल्तान हैथम के निमंत्रण पर ओमान की यात्रा पर पहुंचे हैं। यह इस खाड़ी देश की उनकी दूसरी यात्रा है और दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की 70वीं वर्षगांठ होने से विशेष महत्व रखती है। ओमान, खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) के देशों में भारत का तीसरा सबसे बड़ा निर्यात गंतव्य है। भारत का संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के साथ पहले से इस तरह का व्यापार समझौता है, जो मई 2022 से लागू हो चुका है।
वित्त वर्ष 2024-25 में भारत और ओमान का द्विपक्षीय व्यापार करीब 10.5 अरब डॉलर रहा, जिसमें भारत का निर्यात चार अरब डॉलर और आयात 6.54 अरब डॉलर था।