उडुपी: पर्याय पुत्तिगे मठ के महंत सुगणेन्द्र तीर्थ स्वामी ने यहां शुक्रवार को लक्ष कंठ गीता परायण (गीता के एक लाख श्लोकों के सामूहिक पाठ) में शामिल होने आए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ‘इंद्र का अवतार- अर्जुन’ बताया। कार्यक्रम में मंच पर प्रधानमंत्री मोदी के बगल में बैठे स्वामी ने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस लक्ष कंठ गीता पाठ में सम्मिलित होने आए हैं और नरेन्द्र मोदी, अर्जुन हैं।
नरेन्द्र शब्द का बताया अर्थ
उन्होंने कहा, 'अर्जुन, इंद्र के अवतार थे। नरेन्द्र शब्द का अर्थ साक्षात अर्जुन से है। जहां गीता का पाठ होता है, वहां अर्जुन आते हैं। उनके आने से लक्ष कंठ गीता का पाठ पूर्ण होगा। वह राम मंदिर का निर्माण पूरा कराने के बाद यहां आए हैं।' स्वामी जी ने कहा, 'जिस प्रकार से श्री कृष्ण ने निष्काम भाव से सेवा की, उसी प्रकार नरेन्द्र मोदी निस्वार्थ भाव से सेवा करते हैं और गीता के उपदेश को आत्मसात करते हैं। नरेन्द्र मोदी द्वारा धर्म की रक्षा होती रहे, यही ईश्वर से प्रार्थना है।'
मोदी की रक्षा करने से देश और धर्म की रक्षा होती रहेगी
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार धर्म की रक्षा करने से धर्म हमारी रक्षा करता है, उसी प्रकार मोदी की रक्षा करने से देश और धर्म की रक्षा होती रहेगी। स्वामी ने कहा कि मोदी के हाथ में समस्त विश्व सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी, भारत भाग्य विधाता हैं।
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की तरह ही श्री कृष्ण कॉरिडोर के निर्माण कराने का आग्रह
स्वामी सुगणेन्द्र तीर्थ ने प्रधानमंत्री से काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की तर्ज पर उडुपी में एक श्री कृष्ण कॉरिडोर का निर्माण कराने का आग्रह किया।
कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत धर्मस्थल के धर्माधिकारी वीरेन्द्र हेगड़े द्वारा प्रधानमंत्री के स्वागत के साथ की गई। इस अवसर पर कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत, सांसद और विधायक मौजूद थे। प्रधानमंत्री ने पर्याय पुत्तिगे मठ द्वारा शुरु किए गए कोटि गीता लेखन आंदोलन की सराहना करते हुए इसे नई पीढ़ी को सनातन परंपरा से जोड़ने का एक शक्तिशाली प्रयास बताया।