कोलकाता: दुर्गा पूजा न सिर्फ एक त्योहार है बल्कि यह आस्था का भी पर्व है। दुर्गा पूजा आने में कुछ दिन बचे हैं, इसे लेकर पंडालों को बनाने और सजाने की तैयारियां तेजी से चल रही हैं। एक से बढ़कर एक पंडाल का निर्माण किया जा रहा है। हर पंडाल का थीम लोगों को आश्चर्यचकित कर देने वाला है।
सत्यजीत रे की याद दिलाएगा यह पंडाल
दर्जी पाड़ा दुर्गोत्सव समिति इस बार अपना 94वां दुर्गा पूजा आयोजित करने जा रही है। इस पंडाल को ‘रहस्य रोमांच’ के थीम पर सजाया जा रहा है। समिति के सेक्रेटरी अमित सिंह ने बताया कि पंडाल को बनाने के लिए लगभग 26 लाख रुपये का बजट रखा गया है। 24 सितंबर को इसका उद्घाटन किया जाएगा।
ये भी पढे़ं: 'शब्दों' से गूंजेगा बागुईआटी का दुर्गापूजा पंडाल
कौन है इस पंडाल का डिजाइनर?
इस पंडाल का डिजाइनर विश्वजित पाल हैं, जो तारकेश्वर के रहने वाले हैं। सत्यजीत रे की काफी प्रसिद्ध सीरीज है, फेलुदा। उसी को ध्यान में रखते हुए पंडाल को तैयार किया जा रहा है। पंडाल में मां की प्रतिमा भी काफी आकर्षक होगी। इसे इस तरह बनाया जा रहा है जैसे यह कोई पुरातात्विक वस्तु है। मां की प्रतिमा लगभग 12 फीट ऊंची है। थीम के अनुसार कोलकाता की ही लाइटिंग का इस्तेमाल किया गया है।
कैसे पहुंचे इस पंडाल तक?
इस पंडाल में अगर आप आने के लिए सोच रहे हैं, तो यहां पहुंचने के लिए सबसे करीब मेट्रो स्टेशन शोभाबाजार मेट्रो है। इसके बाद आपको हरी घोष स्ट्रीट की ओर जाना होगा।
उत्तर कोलकाता की सैर कराएगा ये पंडाल
मानिकतल्ला चलताबागान लोहापट्टी दुर्गा पूजा कमेटी इस साल 84वीं दुर्गा पूजा आयोजित करने जा रही है। इस साल का थीम ‘मूल’ है और इसे तैयार करने का बजट लगभग 35 लाख रुपये रखा गया है, जो पिछले वर्ष 25 लाख रुपये था।
कमेटी के प्रेसिडेंट अशोक जायसवाल ने बताया कि उत्तर कोलकाता की संकरी गलियां कहीं खोती जा रही हैं। पुराने घरों को तोड़कर बहुमंजिली इमारतें और फ्लैट बन रहे हैं। हर गली में एक इतिहास छुपा है, जो आधुनिक दौर में कहीं खो गया है।
ये भी पढ़ें: PM Modi और उनकी मां के AI Video पर मचा बवाल
कौन है इस पंडाल का आर्टिस्ट?
इस पंडाल का थीम सोचने वाली आर्टिस्ट एक महिला हैं, जिनका नाम अदिति चक्रवर्ती है। उन्होंने बताया कि पंडाल में थीम पर आधारीत कोलकाता की ही लाइटिंग का इस्तेमाल किया गया है। हमारा इतिहास जो खत्म होता जा रहा है, उसी को संजोने के संदेश को लेकर पंडाल बनाया जा रहा है। इस पंडाल में मां की प्रतिमा इस प्रकार बनाई गई है, जिसमें मां शंख के ऊपर बैठी हैं। पूरे पंडाल में हैंडक्राफ्ट का काम किया गया है।
कैसे पहुंचे यहां तक?
अगर आप इस पंडाल में आने का प्लान बना रहे हैं, तो आपको गिरीश पार्क मेट्रो पहुंचना होगा। इसके बाद ऑटो से अम्हर्स्ट स्ट्रीट पुलिस स्टेशन के पास आना होगा, यह पंडाल यहां से मात्र कुछ ही दूरी पर है।