मुंबईः संकटग्रस्त इंडिगो ने बृहस्पतिवार को भी बेंगलुरु हवाई अड्डे से 60 उड़ानें रद्द कर दीं। यह घटनाक्रम तब सामने आया है जब नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने नए पायलट और चालक दल की ड्यूटी के मानदंडों के कार्यान्वयन से संबंधित योजनागत विफलताओं के कारण सेवाओं में बड़े पैमाने पर व्यवधान के बाद अपनी जांच को कड़ा कर दिया है।
सूत्र ने बताया, ‘‘इंडिगो ने बेंगलुरु हवाई अड्डे से 32 आगमन और 28 प्रस्थान सहित 60 उड़ानें रद्द कर दी हैं।’’
इस बीच, विमानन सुरक्षा नियामक डीजीसीए ने संकटग्रस्त इंडिगो के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) पीटर एल्बर्स को हाल ही में हुई परिचालन संबंधी बाधाओं पर आंकड़ों और नवीनतम जानकारियों सहित एक व्यापक रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए बृहस्पतिवार को तलब किया है। बुधवार को इंडिगो ने दिल्ली, बेंगलुरु और मुंबई सहित तीन प्रमुख हवाई अड्डों से 220 उड़ानें रद्द कर दी थीं, जिनमें से दिल्ली में सबसे अधिक 137 उड़ानें रद्द हुईं।
इंडिगो के चेयरमैन विक्रम मेहता ने 10 दिनों में पहली बार बुधवार को संकट के बारे में बात की, हवाई अड्डों पर अराजकता के लिए माफी मांगी और बड़े पैमाने पर व्यवधानों का कारण आंतरिक और बाहरी ‘‘अप्रत्याशित’’ घटनाओं के संयोजन को बताया।
पहली बार इंडिगो चेयरमैन संकट पर बोले
एयरलाइन ने एक बयान में कहा कि उसे ‘‘बृहस्पतिवार को 1,950 से अधिक उड़ानें संचालित करने की उम्मीद है।’’ एयरलाइन अपने राष्ट्रीय और घरेलू नेटवर्क पर शीतकालीन कार्यक्रम के तहत प्रतिदिन 2,200 से अधिक उड़ानें संचालित करती है, जिसे सरकार ने पहले ही 10 प्रतिशत तक कम कर दिया है ताकि एयरलाइन को अपने संचालन को ‘‘स्थिर’’ करने और रद्द होने वाली उड़ानों की संख्या को कम करने में मदद मिल सके, जो पांच दिसंबर को 1,600 तक पहुंच गई थी। इंडिगो के चेयरमैन विक्रम मेहता ने 10 दिनों में पहली बार बुधवार को संकट के बारे में बात की, हवाई अड्डों पर अव्यवस्था के लिए माफी मांगी और बड़े पैमाने पर व्यवधानों का कारण आंतरिक और बाहरी ‘‘अप्रत्याशित’’ घटनाओं के संयोजन को बताया।