कोलकाता - संभल में शाही जामा मस्जिद के सदर, जफर अली, को एसआईटी टीम ने पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया। जफर अली को जिस गाड़ी में पुलिस ले कर जा रही थी, उस गाड़ी के साथ वकील प्रदर्शन करते हुए और नारेबाजी करते दिखे। इसके साथ ही वह संभल पुलिस के खिलाफ भी नारे लगा रहे थे। जफर अली और उनके बेटे को पूछताछ के लिए संभल थाने बुलाया गया था। बाद में उन्हें शाही मस्जिद कमेटी के प्रमुख के रूप में कोतवाली से चंदौसी कोर्ट ले जाया गया और फिर गिरफ्तार कर लिया गया।
24 नवंबर को हुई थी हिंसा
संभल में 24 नवंबर को हुई हिंसा के सिलसिले में जफर अली से पूछताछ के लिए पहले कोतवाली बुलाया गया था। उनकी गिरफ्तारी के बाद कोतवाली की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है, जहां एसआईटी टीम, एएसपी, सीओ और पुलिस बल तैनात हैं। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कोतवाली में पीएसी और आरआरएफ समेत भारी पुलिस बल मौजूद है, और फ्लैग मार्च भी किया गया है। अब जफर अली को जेल भेजने की तैयारियां की जा रही हैं। बता दें कि 24 नवंबर को हुई हिंसा में चार लोग मारे गए थे। सोमवार को जफर अली का बयान न्यायिक जांच आयोग में दर्ज कराया जाएगा।
जांच को लेकर क्या है अपडेट ?
संभल हिंसा के मामले की जांच के लिए न्यायिक आयोग की टीम दो दिन के लिए संभल आई, जहां पहले दिन 29 और दूसरे दिन लगभग 15 बयान दर्ज किए गए। इस मामले में संभल के डीएम, एसडीएम और एडीएम का भी बयान लिया गया। पुलिस ने इस मामले में 124 आरोपियों के खिलाफ कुल 1200 पेज की चार्जशीट कोर्ट में पेश की है। इस मामले में पुलिस ने 12 प्राथमिकी दर्ज की थीं, जिनमें 2750 लोगों को आरोपी बनाया गया था।