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Cloudburst in Kishtwar: जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में फटा बादल, 12 लोगों की हुई मौत

नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में मचैल माता मंदिर के मार्ग पर एक दूरदराज के गांव में गुरुवार को बादल फटने से कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई और बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ।

अधिकारियों के मुताबिक यह बादल चशोती में फटा है, जो मंदिर के मार्ग पर स्थित सबसे अंतिम गांव है। चशोती में दोपहर 12 बजे से अपराह्न एक बजे के बीच उस समय बादल फटा, जब बड़ी संख्या में लोग मचैल माता मंदिर की यात्रा के लिए एकत्र हुए थे। चशोती से मंदिर तक की 8.5 किलोमीटर की पैदल यात्रा शुरू होती है।

12 लोगों के शव मिले

अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल 12 शव बरामद किए गए हैं और मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। चशोती किश्तवाड़ से लगभग 90 किलोमीटर दूर 9,500 फुट की ऊंचाई पर स्थित है। यह श्रद्धालुओं के लिए आयोजित लंगर को बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है। क्योंकि, बादल फटने से अचानक बाढ़ आ गई थी।

केंद्रीय मंत्री ने क्या कहा?

केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने बताया कि उन्होंने किश्तवाड़ के उपायुक्त पंकज कुमार शर्मा से इस संबंध में बात की है। उन्होंने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर लिखा कि चशोती क्षेत्र में बादल फटने की एक बड़ी घटना हुई है, जिससे भारी जनहानि होने की आशंका है। प्रशासन कार्रवाई में तुरंत जुट गया है और बचाव दल घटनास्थल के लिए रवाना हो गया है। उन्होंने कहा कि क्षति का आंकलन किया जा रहा है और आवश्यक बचाव एवं चिकित्सा प्रबंधन व्यवस्था की जा रही है।

बचाव कार्य में जुटे अधिकारी

अधिकारियों ने बताया कि इस घटना के बाद मंदिर की वार्षिक यात्रा स्थगित कर दी गई है तथा प्राधिकारी सभी संसाधन जुटाने और बड़े पैमाने पर बचाव एवं राहत अभियान चलाने के लिए घटनास्थल रवाना हो गए हैं।

राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के दो दल उधमपुर से किश्तवाड़ भेजे गए हैं। किश्तवाड़ के उपायुक्त पंकज कुमार शर्मा और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नरेश सिंह भी बचाव अभियान की निगरानी के लिए प्रभावित क्षेत्र रवाना हो गए हैं। जबकि इस घटना पर उपायुक्त ने कहा कि इलाके में बड़े पैमाने पर बचाव अभियान शुरू कर दिया गया है।

उपराज्यपाल ने जताया दुख

उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने इस घटना में हुई जानमाल की हानि पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा कि किश्तवाड़ के चशोती में बादल फटने की घटना से व्यथित हूं।

शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। असैन्य, पुलिस, सेना, एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा मोचन बल) और एसडीआरएफ (राज्य आपदा मोचन बल) अधिकारियों को बचाव एवं राहत अभियान को और तेज करने तथा प्रभावितों को हर संभव सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए। अधिकारियों ने बताया कि पहाड़ी की तलहटी में बसी घनी बस्ती में अचानक आई बाढ़ ने कई घरों को प्रभावित किया है।

‘किसी के पास सटीक आंकड़े नहीं’

जबकि विपक्ष के नेता सुनील कुमार शर्मा ने कहा कि उन्हें बादल फटने की बड़ी घटना होने की सूचना मिली है। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि फिलहाल किसी के पास सटीक आंकड़े हैं, लेकिन आशंका है कि इलाके में भारी नुकसान हुआ है। शर्मा ने कहा कि वहां भारी नुकसान होने की आशंका है। यात्रा जारी रहने के कारण इलाके में काफी भीड़ है।

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