नई दिल्ली : महादेव ऑनलाइन बुक ऐप के संस्थापकों में एक रवि उप्पल लापता हो गए हैं। इंटरपोल रेड नोटिस के आधार पर दिसंबर 2023 में रवि उप्पल को दुबई से गिरफ्तार किया गया था। रवि उप्पल ने सौरभ चंद्राकर के साथ मिलकर कई हजार करोड़ रुपये का अवैध सट्टेबाजी साम्राज्य बनाया था।
इंटरपोल द्वारा जारी रेड कॉर्नर नोटिस के आधार पर उसे भारत प्रत्यर्पित किया जाना था, लेकिन प्रत्यर्पण की प्रक्रिया लंबित रह गई और रवि को 45 दिन बाद रिहा कर दिया गया। रवि उप्पल के रिहाई के बाद ईडी पर कई प्रश्न खड़े हुए थे। बहरहाल रवि उप्पल रिहाई के बाद भी कड़ी निगरानी में थे। अब खबर सामने आ रही है कि रवि उप्पल लापता हो गये हैं।
ईडी, सीबीआई के लिए झटका
यह घटनाक्रम प्रवर्तन निदेशालय (ED), केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और छत्तीसगढ़ पुलिस के लिए एक बड़ा झटका है। जो दोनों देशों के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों को देखते हुए रवि उप्पल और सौरभ चंद्राकर के दुबई से प्रत्यर्पण की उम्मीद कर रहे थे।
गौरतलब है कि रवि उप्पल और सौरभ चंद्राकर ने 2018 में महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप सिंडिकेट शुरू किया था। सरकार द्वारा महादेव से जुड़े कई प्लेटफॉर्म और ऐप्स पर प्रतिबंध लगाने के बावजूद, अवैध सट्टेबाजी का धंधा पूरे भारत में जारी है। यह लोगों को पोकर और अन्य ताश के खेलों, जुए के खेलों, क्रिकेट, बैडमिंटन, टेनिस और फुटबॉल मैचों और यहां तक कि चुनाव परिणामों पर भी अवैध दांव लगाने की अनुमति देता है।
ईडी ने इस मामले में अपने एक आरोप पत्र में दावा किया है कि यह सट्टेबाजी साम्राज्य विभिन्न शहरों में कम से कम 3,200 (सट्टेबाजी) पैनल संचालित कर रहा था। जिससे प्रतिदिन लगभग ₹240 करोड़ की कमाई हो रही थी। प्रमोटर रवि उप्पल और सौरभ चंद्राकर ने अपने 3,500 कर्मचारियों के लिए दुबई में 20 विला किराए पर लिये थे। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का भी इस जांच में नाम आया है।