प्रसेनजीत, सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता: राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने बांग्लादेश में जारी राजनीतिक और सामाजिक अस्थिरता को लेकर केंद्र सरकार की चुप्पी पर एक बार फिर तीखा हमला बोला है। पार्टी ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल के जरिये आरोप लगाया कि विदेश मंत्रालय बांग्लादेश में उभरते संकट से आंखें चुरा रहा है और केन्द्र में सत्तारूढ़ नेतृत्व ने जानबूझकर चुप्पी साध रखी है।
टीएमसी ने सवाल उठाया कि सोशल मीडिया पर बेहद सक्रिय रहने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बांग्लादेश में दीपू चंद्र दास की कथित मॉब लिंचिंग पर अब तक एक भी बयान क्यों नहीं दिया। पार्टी ने आशंका जताई कि क्या यह चुप्पी मोहम्मद यूनुस के साथ उनके 'सहज रिश्तों' की वजह से है। टीएमसी का आरोप है कि जहां प्रधानमंत्री इस गंभीर मानवीय मुद्दे पर मौन हैं, वहीं भाजपा की बंगाल इकाई बनावटी आक्रोश दिखाकर सांप्रदायिक तनाव भड़काने की कोशिश कर रही है।
टीएमसी ने कहा कि इसके उलट मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जिम्मेदार नेतृत्व दिखाया है। उन्होंने न केवल केंद्र को पूरा सहयोग दिया, बल्कि संयुक्त राष्ट्र से शांति सेना की तैनाती पर विचार करने का सुझाव भी दिया। पार्टी ने सवाल किया कि किसी विदेशी शासन की प्रशंसा कर लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई भारत की किसी राज्य सरकार को कमजोर करना क्या राष्ट्रविरोधी आचरण नहीं है।