कोलकाता सिटी

कालीगंज विस्फोट में जान गंवाने वाली बच्ची की मां ने की जान देने की कोशिश

बम विस्फोट में बच्ची की मौत के बाद मिल रहीं कथित धमकियों और मुकदमे में देरी से सबीना यास्मीन टूट चुकी है।

कोलकाताः पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में चुनाव के बाद जश्न के दौरान हुए बम विस्फोट में बच्ची की मौत के छह महीने बाद उसकी मां ने कथित धमकियां मिलने और मुकदमे में देरी के कारण नींद की गोलियां खाकर आत्महत्या का प्रयास किया।

परिवार के सदस्यों ने बताया कि चौथी कक्षा की छात्रा तमन्ना खातून की मां सबीना यास्मीन ने मंगलवार रात कालीगंज स्थित अपने घर में नींद की कई गोलियां खा लीं। सबीना को तुरंत जिला अस्पताल ले जाया गया।

डॉक्टरों ने बताया है कि अब उनकी हालत स्थिर है। तमन्ना की मौत 23 जून को हुई थी, जिस दिन कालीगंज विधानसभा उपचुनाव के नतीजे घोषित हुए थे। उस दिन तृणमूल कांग्रेस की जीत के जश्न के दौरान मोलंदी गांव में कथित तौर पर फेंका गया बम फट गया था।

इस घटना से पूरे राज्य में आक्रोश फैल गया, जिसके बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तुरंत गिरफ्तारियों और कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए। पुलिस ने अब तक इस मामले में कम से कम 10 लोगों को गिरफ्तार किया है, लेकिन परिवार का आरोप है कि कई आरोपी अब भी फरार हैं। उन्होंने केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने की मांग करते हुए कलकत्ता उच्च न्यायालय में याचिका दायर की है और आशंका जताई है कि अगर गिरफ्तार आरोपियों को जमानत मिल जाती है तो उनकी जान को खतरा हो सकता है।

तमन्ना के रिश्तेदार रबीउल शेख ने कहा, ‘‘बच्ची की मौत के बाद से सबीना मानसिक और शारीरिक रूप से टूट चुकी है। कई आरोपी अब भी खुलेआम घूम रहे हैं, जिससे लगातार डर बना हुआ है।’’ अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि सबीना अवसाद से पीड़ित थी और कुछ समय से नींद की गोलियां ले रही थीं।

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