कोलकाता : चक्रवात मोंथा (Cyclone Montha) आंध्र प्रदेश के तट से टकरा गया है। यह तट पार कर राज्य में प्रवेश कर चुका है। इस चक्रवात के प्रभाव से अक्टूबर के अंत तक बंगाल के विभिन्न जिलों में भारी बारिश का अनुमान है। मौसम विभाग (IMD) (RMC) ने उत्तर बंगाल में फिर से आपदा की चेतावनी जारी की है। दक्षिण बंगाल में शुक्रवार तक छिटपुट भारी बारिश का अनुमान है। कोलकाता में मंगलवार सुबह से ही आसमान में बादल छाए हुए हैं।
चक्रवात मोंथा के मंगलवार शाम आंध्र प्रदेश के तट से टकराने के बाद, राज्य में तूफान और बारिश के कारण सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। तटीय कोनासीमा जिले में एक घर पर पेड़ गिरने से एक वृद्ध महिला की मौत हो गई। इसी जिले में, तूफान के दौरान एक ऑटो पर नारियल का पेड़ गिरने से एक नाबालिग और एक ऑटो चालक घायल हो गए। चक्रवात मोंथा ने आंध्र प्रदेश के पड़ोसी राज्य ओडिशा के 15 जिलों को प्रभावित किया है।
ये भी पढ़ें :- ‘मोंथा’ को लेकर नवान्न में उच्चस्तरीय बैठक
मौसम विज्ञानियों का कहना है कि आंध्र प्रदेश के तट से टकराने के बाद चक्रवात मोंथा की ताकत कुछ कम हो गई है। यह अपनी ताकत खोकर छत्तीसगढ़ और बिहार की ओर बढ़ सकता है। हालांकि, इस चक्रवात के प्रभाव से बंगाल के कई जिलों में शुक्रवार तक बारिश की संभावना है। उत्तर बंगाल कुछ दिन पहले बाढ़ और भूस्खलन से तबाह हो गया था। अब मोंथा के प्रभाव से फिर से भारी बारिश की संभावना है। उत्तर बंगाल में गुरुवार और शुक्रवार को भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। पहाड़ियों में भूस्खलन का खतरा है। वहां की नदियों का जलस्तर बढ़ सकता है।
उत्तर बंगाल के साथ-साथ दक्षिण बंगाल के सभी जिलों में भारी बारिश का अनुमान है। 31 तारीख तक भारी बारिश होगी। और कार्तिक माह में इस भारी बारिश के कारण पके हुए धान को नुकसान पहुंचने का खतरा है। आलू की खेती में देरी हो सकती है। जिससे पैदावार प्रभावित हो सकती है। दक्षिण 24 परगना में आज सुबह से बारिश शुरू हो गई है। तेज़ हवाएं भी चल रही हैं। मछुआरों को समुद्र में जाने से मना किया गया है। प्रशासन ने हर उपखंड और ब्लॉक स्तर पर नियंत्रण कक्ष खोले हैं और स्थिति पर नज़र रख रहा है। बारिश के कारण निचले इलाकों में जलभराव का खतरा है।
इस संबंध में, मुख्य सचिव मनोज पंत ने सभी जिलाधिकारियों को चक्रवात मंथा के प्रभाव से कोई बड़ा नुकसान न हो, इसके लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कल एक वर्चुअल बैठक की। उन्होंने वहां कई निर्देश दिए। उन्होंने उत्तर बंगाल के जिलाधिकारियों को पर्याप्त राहत सामग्री स्टॉक में रखने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, निचले इलाकों से निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए भी कहा है।