जमशेदपुर : झारखंड की घाटशिला विधानसभा सीट पर उपचुनाव की जानकारी देते हुए एक अधिकारी ने बताया कि मंगलवार को पूर्वाह्न 11 बजे तक 2.56 लाख मतदाताओं में से 34% से अधिक ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। यह उपचुनाव सत्तारूढ़ झामुमो और भाजपा के बीच प्रतिष्ठा की लड़ाई बन गया है।
झामुमो और भाजपा के बीच टक्कर
झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने उपचुनाव जीतने और आदिवासी लोगों के बीच अपनी पैठ मजबूत करने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है, वहीं विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इस सीट पर कब्जाकर सरकार की साख कम करने की कोशिश कर रही है। झामुमो महासचिव और प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि घाटशिला के लोगों ने भाजपा को हराकर दिशोम गुरु शिबू सोरेन और दिवंगत रामदास सोरेन को श्रद्धांजलि देने का फैसला किया है।
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भ्रष्टाचार और बिगड़ती कानून-व्यवस्था के लिए जनता सिखाएगी सबक
भाजपा की झारखंड इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष आदित्य साहू ने कहा कि लोगों ने राज्य सरकार को उसके कथित आदिवासी विरोधी रवैये, बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार और बिगड़ती कानून-व्यवस्था के लिए सबक सिखाने का फैसला किया है। हालांकि, चुनाव परिणाम का सरकार पर कोई बड़ा प्रभाव नहीं पड़ेगा क्योंकि 81 सदस्यीय राज्य विधानसभा में झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन के पास फिलहाल 55 विधायक हैं जबकि भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के पास 24 विधायक हैं।
हेमंत सोरेन ने X पर लिखा
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘मैं घाटशिला के सभी निवासियों से लोकतंत्र के इस महापर्व में सक्रिय रूप से भाग लेने और अपने आस-पास के लोगों को भी मतदान के लिए प्रोत्साहित करने का आग्रह करता हूं। आज घाटशिला एक बार फिर अपने अधिकारों और हकों को सुरक्षित करने के लिए बड़ी संख्या में मतदान करेगा।’ गौरतलब है कि झामुमो विधायक और पूर्व शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन के 15 अगस्त को निधन के बाद इस विधानसभा सीट पर उपचुनाव आवश्यक हो गया था।