कोलकाता: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह यूक्रेन युद्ध समाप्त कराने पर चर्चा के लिए अगले शुक्रवार यानि 15 अगस्त को अलास्का में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिलेंगे।
इधर, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की भी इस बैठक में शामिल होने के लिए अड़े हुए हैं। उन्होंने चेताया कि अगर कोई शांति समझौता कीव को शामिल किए बिना किया गया तो यह समाधान बेमानी होगा।
उम्मीद की जा रही है कि इस मुलाकात से सकारात्मक निष्कर्ष निकल सकते हैं। हालांकि, पिछले कुछ हफ्तों से ट्रंप इस बात को लेकर निराशा व्यक्त कर रहे हैं कि संघर्ष को रोकने के लिए ज्यादा प्रयास नहीं हो रहे हैं। इस संभावित मुलाकात को लेकर रूस की ओर से अभी तक कोई पुष्टि नहीं की गई। लेकिन दोनों देशों ने अगले सप्ताह बैठक के संकेत दिए हैं।
समझौते के शर्त साफ नहीं
ट्रंप ने शुक्रवार को कहा था कि किसी भी समझौते में संभवतः कुछ इलाकों की अदला-बदली शामिल हो सकती है, लेकिन उन्होंने इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी। क्रेमलिन के करीबी लोगों समेत कुछ विश्लेषकों का मानना है कि रूस उन इलाकों को छोड़ने का प्रस्ताव दे सकता है जो उन 4 क्षेत्रों के बाहर हैं, जिन्हें वह पहले ही अपने देश में मिला लेने का दावा कर चुका है।
जेलेंस्की बोले-यूक्रेनी क्षेत्र सौंपा जाना नामंजूर
इधर, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने इस बैठक प्रासंगिकता पर सवाल उठाते हुए शनिवार को चेताया कि अगर कोई शांति समझौता कीव को शामिल किए बिना किया गया तो यह समाधान बेमानी होगा। जेलेंस्की ने कहा कि संविधान में निहित यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता से कोई समझौता नहीं हो सकता।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि स्थायी शांति के लिए वार्ता में यूक्रेन को भी शामिल किया जाना चाहिए। जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन रूस को उसकी करतूतों के लिए कोई इनाम थोड़े ही देगा और यूक्रेनवासी अपने जमीन को जबरन कब्जे करने वाले को नहीं देंगे।
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