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सेना को मिलेंगी आधुनिक होवित्जर तोपें, चीन और पाकिस्तान सीमा पर होगी तैनाती

स्वदेशी तोपों से सेना की ताकत में इजाफा, रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे

कोलकाता - भारतीय सेना को जल्द ही 307 उन्नत टोड आर्टिलरी गन सिस्टम (ATAGS) मिलने जा रहा है। कैबिनेट समिति ने इस बात की मंजूरी दे दी है। इसको लाने के लिए लगभग 7000 करोड़ रुपये खर्ज किए जाऐंगे। सरकार की इस पहल को आर्टिलरी गन निर्माण में आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। ऐसी खबरे आ रही हैं कि इन तोपों को चीन और पाकिस्तानी सीमा पर तैनात किया जाऐगा। इससे सशस्त्र बलों को महत्वपूर्ण रणनीतिक बढ़त मिलेगी।

भारत में विकसित किया गया है ATAGS

ATAGS का निर्माण और डिजाइन स्वदेशी स्तर पर किया जा रहा है। इसको होवित्जर तोप के नाम से भी जाना जाता है। इन तोपों का प्रदर्शन स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले के सामने भी हो चुका है। आपको बता दें कि ATAGS स्वदेशी रूप से विकसित 155 मिमी की पहली आर्टिलरी गन है। यह तोप बेहतरीन मारक क्षमता से लैस है। इसके आने से सेना की ताकत में काफी इजाफा होगा।

पैदा होंगे रोजगार के अवसर

स्वदेशी स्तर पर तैयार होने के कारण ATAGS के पुर्जे की आपूर्ति में कोई दिक्कत नहीं आएगी। इस वजह से विदेशी तकनीक और आयात पर देश को निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। सरकार का मानना है कि ATAGS प्रोजेक्ट की वजह से कई लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। इसके साथ ही वैश्विक रक्षा बाजार में भारत की ​स्थिति भी पहले से काफी मजबूत हो जाएगी।

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