बिहार

बिहार में हत्या के मामलों में 7.72% की कमी

गृह विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, हत्या के मामलों में 7.72%, डकैती के मामलों में 24.87% और दंगा से जुड़े मामलों में 17.97% की गिरावट आयी है।

पटना : बिहार के गृह विभाग ने बताया कि राज्य में पिछले वर्षों की तुलना में इस वर्ष आपराधिक वारदातों, विशेषकर संगीन अपराधों में उल्लेखनीय कमी दर्ज की गई है। गृह विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, हत्या के मामलों में 7.72%, डकैती के मामलों में 24.87% और दंगा से जुड़े मामलों में 17.97% की गिरावट आयी है। वहीं महिलाओं के खिलाफ अपराध की दर भी राष्ट्रीय औसत से लगभग आधी यानी 37.50 रही है।

संपत्ति मामलों में 1,419 अपराधी चिह्नित

गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अरविंद कुमार चौधरी ने बताया कि इस वर्ष 25 कुख्यात अपराधियों के खिलाफ निरुद्ध आदेश पारित किये गये, अर्जित संपत्ति के मामलों में 1,419 अपराधियों को चिह्नित किया गया, जिनमें से 405 के खिलाफ प्रस्ताव न्यायालय को भेजे गये हैं। इनमें 70 अपराधियों की संपत्ति जब्ती की कार्रवाई प्रक्रियाधीन है, जबकि 3 मामलों में संपत्ति कुर्क करने का आदेश पारित हो चुका है।

महिलाओं के खिलाफ अपराध

पुलिस महानिदेशक विनय कुमार ने बताया कि महिलाओं के खिलाफ अपराध का राष्ट्रीय औसत 66.20 है, जबकि बिहार में यह 37.50 है। वहीं अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के खिलाफ अपराध की दर बिहार में 8.50 है, जबकि राष्ट्रीय औसत 12.40 है। इन मामलों में आरोप पत्र दाखिल करने की दर 87.90 प्रतिशत रही है। राज्य में साइबर अपराध पर नियंत्रण के लिए एक विशेष इकाई का गठन किया जाएगा।

3.35 लाख अपराधी गिरफ्तार

जनवरी से नवंबर के बीच 12 लाख 50 हजार लोगों के खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई की गई है और 3 लाख 81 हजार 823 लोगों से मुचलके भरवाए गये हैं। 1,949 अपराधियों के खिलाफ जिला या थाना बदर का आदेश जारी किया गया है। हत्या, डकैती, लूट, एससी-एसटी, दुष्कर्म समेत अन्य संगीन अपराधों में 3 लाख 35 हजार 116 अपराधियों की गिरफ्तारी की गई है। 4,528 हथियार और 28 हजार 414 कारतूस बरामद किये गये हैं। वर्ष 2024 और 2025 में सांप्रदायिक घटनाओं से जुड़े 437 मामलों में अभियोजन की स्वीकृति दी गई है।

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