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बिहार

तेज प्रताप को जान का खतरा, लेकिन किससे!

बिहार के पूर्व मंत्री ने राज्य के उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री सम्राट चौधरी को पत्र लिखकर सुरक्षा बढ़ाने की भी मांग की है।

पटना: जनशक्ति जनता दल (जेजेडी) के प्रमुख तेज प्रताप यादव ने पार्टी की निष्कासित राष्ट्रीय प्रवक्ता संतोष रेणु यादव पर जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। बिहार के पूर्व मंत्री ने राज्य के उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री सम्राट चौधरी को पत्र लिखकर सुरक्षा बढ़ाने की भी मांग की है। इस साल विधानसभा चुनाव में तेज प्रताप को महुआ विधानसभा सीट से हार का सामना करना पड़ा।

मामले की जांच जारी

सचिवालय थाने के एसएचओ (थाना प्रभारी) गौतम कुमार ने बताया कि यादव की शिकायत के आधार पर हाल में प्राथमिकी दर्ज की गई है और मामले की जांच की जा रही है। लालू प्रसाद के बड़े पुत्र तेज प्रताप यादव ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि रेणु को जेजेडी का राष्ट्रीय प्रवक्ता नियुक्त किया गया था, लेकिन बाद में उन्होंने पार्टी की विचारधारा के खिलाफ काम करना शुरू कर दिया। यादव ने यह भी आरोप लगाया कि रेणु ने नौकरी और अन्य सुविधाओं का वादा कर पार्टी कार्यकर्ताओं और अन्य लोगों से पैसे लिए। इसके बाद 14 दिसंबर को पार्टी ने रेणु को निष्कासित कर दिया। पूर्व मंत्री ने पुलिस शिकायत में यह भी आरोप लगाया कि निष्कासन के बाद रेणु ने उन्हें सोशल मीडिया मंच पर गालियां दीं और जान से मारने की धमकियां देना शुरू कर दिया। बार-बार प्रयास करने के बावजूद रेणु से संपर्क नहीं हो पाया।

तेज प्रताप RJD से निष्काषित है

तेज प्रताप को 25 मई को लालू प्रसाद ने छह साल के लिए राष्ट्रीय जनता दल (राजद) से निष्कासित कर दिया था। इसके एक दिन पहले उन्होंने अनुष्का नामक एक महिला से कथित तौर पर अपने संबंधों की बात स्वीकार की थी। हालांकि, बाद में उन्होंने अपना ‘फेसबुक’ पोस्ट हटा दिया था और दावा किया था कि उनका ‘फेसबुक’ पेज ‘‘हैक’’ कर लिया गया था। लालू प्रसाद ने तेज प्रताप के ‘‘गैरजिम्मेदाराना व्यवहार’’ के कारण उनसे अपना नाता भी तोड़ लिया। राजद से निष्कासन के कुछ दिनों बाद तेज प्रताप ने आरोप लगाया था कि उनके और छोटे भाई तेजस्वी यादव के बीच दरार डालने की ‘‘साजिश’’ रची गई थी। उन्होंने अपने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर दो पोस्ट में अपनी भावनाएं व्यक्त की थीं और इस संकट के लिए पार्टी के अंदर के ‘जयचंद’ को जिम्मेदार ठहराया था।

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