सीआईएसएफ ने बल को और मजबूती देने के लिए उठाये कई अहम कदम | Sanmarg

सीआईएसएफ ने बल को और मजबूती देने के लिए उठाये कई अहम कदम

मुख्य बातें
मानव संसाधन (एचआर) नीति का अनावरण किया
कार्यालयीन कार्य एवं जीवन के मध्य संतुलन स्‍थापित करने के लिए विकल्प आधारित पोस्टिंग
सन्मार्ग संवाददाता
नयी दिल्ली / कोलकाता : सीआईएसएफ ने बल को भविष्य के लिए तैयार करने के लिए मानव संसाधन (एचआर) नीति का अनावरण किया। यह देश की एक प्रमुख सुरक्षा एजेंसी है जो देश की रणनीतिक और महत्वपूर्ण संपत्तियों को सुरक्षा प्रदान करती है। कई परिचालन बाधाओं और आकस्मिकताओं के साथ, सेक्टरों और खतरों की विविध प्रकृति बल के लिए सुरक्षा को एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी बनाती है। बल में शामिल होने वाले अराजपत्रित अधिकारियों की भर्ती देश के सभी क्षेत्रों से की जाती है जो बल को क्षेत्रीय विविधता के साथ-साथ अखिल भारतीय स्वरूप प्रदान करते हैं। तदनुसार, सीआईएसएफ अधिनियम-1968 की धारा-15 में यह अधिदेश दिया गया है कि बल के प्रत्येक सदस्य को भारत के भीतर या बाहर किसी भी स्थान पर तैनात किया जा सकता है। अंतिम बार 2017 में जारी किए गए पोस्टिंग दिशा निर्देशों के बाद से, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल ने उल्लेखनीय वृद्धि की है और बल में बदलाव हुए हैं। बल का विस्तार 1.5 लाख से बढ़कर 1.9 लाख से अधिक हो गया है, और हमारी परिचालन इकाईयां 339 से बढ़कर 359 हो गई हैं। इसने जेल सुरक्षा और संसद भवन परिसर जैसे नए क्षेत्रों में भी सुरक्षा प्रदान करने की शुरुआत की है। प्रौद्योगिकी उपयोग, ड्रोन खतरे और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मानकों के बढ़ने के साथ केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल का ऑपरेटिंग वातावरण तेजी से वैश्विक और गतिशील हुआ है। इस गतिशील सुरक्षा वातावरण एवं परिचालन और प्रशासनिक आवश्यकताओं पर इसके प्रभाव को ध्यान में रखते हुए, 2017 के अराजपत्रित बल सदस्यों के पोस्टिंग / ट्रांसफर दिशा निर्देशों की समीक्षा की गई है और इसे बदल दिया गया है।
इस नीति में बहुत सी चीजों को पहली बार शामिल किया गया हैं : –
डोमेन विशेषज्ञ : पहली बार कम से कम 10 क्षेत्रों में डोमेन विशेषज्ञों का एक पूल बनाया जाएगा। ज्ञान और कौशल के उच्चतम स्तर से युक्‍त बल सदस्यों को कम से कम 10 क्षेत्रों जैसे सूचना प्रौद्योगिकी, विमानन सुरक्षा, प्रशिक्षण, युद्ध शिल्प, हथियार और रणनीति, एंटी-ड्रोन समाधान,श्वान (कैनाइन), अग्नि प्रबंधन आदि में डोमेन विशेषज्ञों के रूप में उनकी पहचान करना, उन्‍हें प्रोत्‍साहित करना व उनकी तैनाती करना है।

 पसंद आधारित पोस्टिंग :- सीआईएसएफ के इतिहास में पहली बार, हम पसंद-आधारित पोस्टिंग शुरू हो रही है। बल सदस्यों के पक्ष को ध्यान में रखते हुए, प्रत्येक बल सदस्य को दस पसंदीदा पोस्टिंग स्थानों को सूचीबद्ध करने का अवसर मिलेगा जो उनके जीवन और परिवारों को गहराई से प्रभावित करते हैं।
सेवानिवृत्त होने वाले बल सदस्य : 2 वर्ष के भीतर सेवानिवृत्त होने वाले कर्मियों को उनके द्वारा दिये गए 3 विकल्पों में से एक स्थान पर पोस्टिंग दी जाएगी। उन्हें पोस्टिंग ऑर्डर जारी करने के दौरान
रिक्त पदों के आबंटन में पहली प्राथमिकता दी जाएगी।
महिलाओं और कार्यरत युगल मामलों के लिए विशेष वरीयता : – आजकल, कैरियर के रूप में सीआईएसएफ में शामिल होने वाली महिलाओं की संख्या बढ़ती जा रही है। ऐसी महिला कर्मियों के लिए कार्य-जीवन संतुलन पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है, विशेष रूप से जो अकेले अपने परिवार का प्रबंधन करती हैं। नॉन-चॉइस पोस्टिंग के 6 साल बाद उनकी बची हुई सर्विस च्वाइस पोस्टिंग होगी।
पोस्टिंग ऑर्डर जारी करने के लिए निश्चित समय सीमा और कार्यक्रम :- सेवानिवृत्त होने वाले बल सदस्यों के लिए पोस्टिंग ऑर्डर 31 दिसंबर तक, , महिला के लिए 15 जनवरी तक, युगलों के लिए 31 जनवरी तक, बाकी के लिए 15 फरवरी तक जारी किए जाएंगे। इससे उन्हें अपने बच्चों की शिक्षा और अपनी अन्य आवश्यकताओं के लिए पहले से ही योजना बनाने में मदद मिलेगी।

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