कोलकाता : खिदिरपुर ब्रिज को लेकर अब नये सिरे से हेल्थ चेकअप होने की संभावना नहीं है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस ब्रिज का स्वास्थ्य ठीक नहीं है और इसे तोड़ने के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं है। ऐसा ही मानकर एचआरबीसी के अधिकारी चल रहे हैं। इस ब्रिज को तोड़कर नया ब्रिज बनाने का लंबे समय से प्रस्ताव है। खिदिरपुर और हेस्टिंग को जोड़ने वाले बेहद अहम इस खिदिरपुर ब्रिज को मुंशीगंज कैनल ब्रिज या आयरन ब्रिज कहा जाता है। एचआरबीसी के एक अधिकारी ने बताया कि पीडब्ल्यूडी के जरिये एक रिपोर्ट नवान्न में भेजी गयी है। वहां से रिपोर्ट आने के बाद ही आगे का काम शुरू किया जायेगा। बता दें कि काफी समय पहले ही ब्रिज की हालत खराब बतायी गयी है। हेल्थ चेक अप कराया गया जहां यह सुझाव दिया गया है कि खिदिरपुर ब्रिज को तोड़कर नया ब्रिज तैयार किया जाये। एक अधिकारी ने बताया कि डीपीआर के लिए नवान्न में रिपोर्ट भेजी गयी है।
कमजोर ब्रिज का लगाया गया है बोर्ड : पीडब्ल्यूडी व एचआरबीसी की तरफ से खिदिरपुर ब्रिज पर वीक ब्रिज का बोर्ड लगाया गया है। इस ब्रिज पर भारी वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दी गयी है। हालांकि रात के समय कई भारी वाहनों को गुजरते हुए देखा गया है जबकि बोर्ड पर साफ लिखा गया है कि इस ब्रिज से गुजरने वाले वाहनों की गति कम रखें, भारी वाहनों पर रोक है। हेवी गुड्स व्हीकल जाने की अनुमति नहीं है। स्पीड लिमिट 10 कि.मी. तथा 4 चक्के की लॉरी से ज्यादा की अनुमति नहीं है। केवल बस व छोटे वाहनों को ही अनुमति है।
कई गंतव्यों तक जाने का मुख्य जरिया है यह ब्रिज
यह ब्रिज कैनल पर है और यह छोटा ब्रिज है। कई गंतव्यों तक जाने के लिए इस ब्रिज से होकर गुजरना पड़ता है। फ्लाईओवर से हेस्टिंग से सीधे फैंसी मार्केट तक चढ़ाव -उतार है (वन वे), जबकि जिन्हें इकबालपुर, मोमिनपुर, बेहला या फिर डायमंड हाबर की ओर जाना होता है तो वे फ्लाईओवर नहीं बल्कि इसी ब्रिज से होकर जाते हैं। वहीं दूसरी ओर से मटियाब्रुज, बीएनआर, बाबू बाजार से गाड़ियां जिन्हें धर्मतल्ला, एसएसकेएम, मां फ्लाईओवर, बाबू घाट, हावड़ा व अन्य गंतव्य के लिए जाना है वे भी इसी ब्रिजका इस्तेमाल करते हैं।
…रिया सिंह