कोलकाता : देश के किसी भी हिस्से में दुर्गा पूजा को लेकर उत्साह और उमंग हो न हो लेकिन पश्चिम बंगाल में आपको हर गली और चौहरे कुछ न कुछ खास देखने को जरूर मिलेगा। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में दुर्गा पूजा के दौरान जाने का एक अलग ही मज़ा होता है। इस शहर में देश के हर कोने से लोग पहुंचते हैं। कोलकाता का दुर्गापूजा कार्निवल यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज लिस्ट में भी शामिल है। मंगलवार को विभिन्न दुर्गापूजा कमेटियों के साथ बैठक के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस साल के दुर्गापूजा कार्निवल की तारीख का ऐलान कर दिया है। बता दें, इस साल दुर्गा पूजा 9 अक्तूबर से 12 अक्तूबर तक आयोजित होगी। लेकिन विजयादशमी के 3 दिन बाद यानी 15 अक्तूबर को दुर्गापूजा कार्निवल का आयोजन करने का फैसला लिया गया है। हर साल की तरह इस साल भी कोलकाता के रेड रोड पर ही इस कार्निवल का आयोजन किया जाएगा, जिसके बाद ही सभी प्रमुख दुर्गापूजा कमेटियों की प्रतिमाएं विसर्जित होंगी। सिर्फ महानगर कोलकाता में ही नहीं बल्कि अलग-अलग जिलों में भी ऐसे ही कार्निवल का आयोजन होगा। इसे आयोजित करने की जिम्मेदारी संबंधित जिला प्रशासन को दी गयी है।
विभिन्न क्लबों को दी जाती है सहायता राशी
हर साल मुख्यमंत्री विभिन्न क्लबों को आर्थिक सहायता प्रदान करती है। पिछले साल राज्य भर के विभिन्न क्लबों को सहायता राशी के तौर पर 70 हजार रुपए प्रदान किये गये थे, जिसे बढ़ाकर इस साल मुख्यमंत्री ने 85 हजार रुपए करने की घोषणा की है। वहीं अगले साल क्लबों को 1 लाख रुपए प्रति क्लब अनुदान राशी प्रदान करने की घोषणा मुख्यमंत्री ने इस साल ही कर दी है। मीडिया रिपोर्ट्स से मिली जानकारी के अनुसार इस साल लगभग 43 हजार क्लबों को राज्य सरकार की ओर से दुर्गापूजा पर अनुदान राशि प्रदान की जाएगी। इसके लिए राज्य सरकार को लगभग 365 करोड़ 50 लाख रुपए खर्च करने पड़ेंगे।