नयी दिल्ली/कोलकाता : पश्चिम बंगाल में विभिन्न रेल परियोजनाओं के लिए आगामी वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 13,941 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की गई है। यह जानकारी रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से दी। पश्चिम बंगाल में फिलहाल 60,000 करोड़ रुपये के निवेश वाली परियोजनाएं चल रही हैं। साथ ही अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पश्चिम बंगाल में दमदम जंक्शन, कोलकाता जंक्शन, हावड़ा जंक्शन, खड़गपुर जंक्शन जैसे कुल 100 रेलवे स्टेशनों का विकास किया जाएगा। रेल मंत्री ने बताया कि जब बंगाल की ही रेल मंत्री थीं तब भी बंगाल को कभी इतनी राशि नहीं मिली। यूपीए के शासन काल में बंगाल को लगभग 4,380 करोड़ रुपये मिलते थे। उन्होंने राज्य सरकार से भी ऑपरेटिव फेडरलिज्म पर ध्यान देने का अनुरोध किया है।
भूमि अधिग्रहण और सुरक्षा में सहयोग करें : अश्विनी वैष्णव ने कहा कि जहां भी भूमि उपलब्ध होगी वहां रेल परियोजनाओं को तेजी से आगे बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार के समय 2014 तक पूरे देश में रेलवे के लिए 35,000 करोड़ रुपये का निवेश किया जाता था, वहीं अब 2 लाख 62 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश सालाना किया जा रहा है। 60 वर्ष में 20,000 किमी. के रेल ट्रैक बनाए गए, जबकि पिछले 10 साल में मोदी सरकार ने 31 हजार किमी. के रेलवे ट्रैक बनवाए। पहले जहां प्रतिदिन 4 किमी. का ट्रैक बनाया जाता था, अब पिछले वर्ष से प्रतिदिन 14.5 किमी. ट्रैक बनाया जा रहा है। रेल मंत्री ने कहा कि रेल सुरक्षा एक बड़ा संवेदनशील मामला है, इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि दुर्गापूजा, छठ, दीपावली और कुंभ के लिए रेलवे बड़े पैमाने पर तैयारियां कर रही है। पूर्व रेलवे के जनरल मैनेजर मिलिंद के. देउस्कर ने पश्चिम बंगाल और विशेष रूप से पूर्व रेलवे में रेलवे की विभिन्न परियोजनाओं के बारे में कहा कि भूमि अधिग्रहण की समस्या को हल करने के लिए राज्य सरकार से सहयोग की अपेक्षा की गई है। सीपीआरआे कौशिक मित्रा, एजीएम सुमित सरकार भी मौजूद थे। इसके अलावा दक्षिण पूर्व रेलवे के मुख्यालय में इस मौक़े पर एजीएम अनिल दुबे सीपीआरओ ओमप्रकाश चरण मौजूद थे।