मुंबई : बॉलीवुड की क्वीन कंगना रनोट के थप्पड़ वाले मामले को लेकर बॉलीवुड दो खेमों में बंट गया है। सिंगर विशाल डडलानी ने जहां थप्पड़ मारने वाली महिला जवान कुलविंदर को सपोर्ट किया है, वहीं सिंगर मीका सिंह ने इस मामले में कंगना का सपोर्ट किया है। मीका सिंह ने कहा कि महिला कॉन्स्टेबल लोगों की सुरक्षा के लिए वहां तैनात थी, उसे एक यात्री के ऊपर हमला नहीं करना चाहिए था। मीका ने कहा कि उसके अंदर इतना ही गुस्सा था, तो वो सिविल ड्रेस में आती। वर्दी पहनकर ऐसा करके उसने सही संदेश नहीं दिया है। इसका खामियाजा दूसरी पंजाबी महिलाओं को भुगतना पड़ सकता है। वहीं विशाल डडलानी ने कहा कि अगर उस महिला कॉन्स्टेबल को नौकरी से निकाला जाता है, तो वो श्योर करेंगे कि उसे नौकरी दें। विशाल ने कहा कि जरूर उस महिला कॉन्स्टेबल के अंदर बहुत गुस्सा भरा रहा होगा, तभी उसने ऐसा किया है।
पहले मामले का बैकग्राउंड समझिए
मंडी सीट से लोकसभा चुनाव जीतने के बाद कंगना को गुरुवार को चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर सीआईएसएफ की महिला कॉन्स्टेबल कुलविंदर कौर ने थप्पड़ मार दिया। ये घटना गुरुवार दोपहर साढ़े 3 बजे की है। कंगना चंडीगढ़ से दिल्ली जा रही थीं। तभी एयरपोर्ट पर सिक्योरिटी चेक के दौरान महिला कॉन्स्टेबल के साथ बहस हुई और उसने थप्पड़ मार दिया। महिला कॉन्स्टेबल का उसी वक्त एक वीडियो सामने आया जिसमें वो कह रही है, ‘कंगना ने कहा था कि 100-100 रुपए की खातिर लोग किसान आंदोलन में बैठ रहे हैं। जब उसने यह बयान दिया तो मेरी मां भी वहां बैठी थी।’ कुलविंदर, कंगना रनोट के किसान आंदोलन के वक्त दिए स्टेटमेंट से काफी नाराज थी। इसी वजह से उसने कंगना के ऊपर हमला कर दिया। हमले के तुरंत बाद उसे हिरासत में ले लिया गया।
विशाल डडलानी ने कहा- महिला कॉन्स्टेबल को नौकरी दूंगा
अब इस मामले को लेकर सेलेब्स के अलग-अलग रिएक्शन आ रहे हैं। सिंगर विशाल डडलानी ने सोशल मीडिया पर लिखा- मैं हिंसा को कभी सपोर्ट नहीं करता, लेकिन मैं उस महिला कॉन्स्टेबल के गुस्से को समझ सकता हूं। अगर सीआईएसएफ उसके खिलाफ कोई भी एक्शन लेती है, तो मैं एंश्योर करूंगा कि उसे कोई न कोई नौकरी मिले। बशर्ते वो इसे लेने को राजी हो जाए। जय हिंद, जय जवान, जय किसान।
सिंगर मीका सिंह ने लिखा- एक पंजाबी और सिख कम्युनिटी के तौर पर हमने सेवा और सुरक्षा के क्षेत्र में हमेशा अपनी पहचान बनाई है। एयरपोर्ट पर कंगना रनोट के साथ जो हुआ वो दुखद है। सीआईएसएफ कॉन्स्टेबल ने अपने निजी गुस्से की वजह से एक पैसेंजर पर हमला कर दिया, जबकि वो लोगों की सुरक्षा के लिए ही लगाई गई थी। महिला कॉन्स्टेबल के अंदर इतना ही गुस्सा था तो उसे सिविल ड्रेस में एयरपोर्ट से बाहर यह सब करना चाहिए था। उसकी इस हरकत का खामियाजा दूसरी पंजाबी महिलाओं को भुगतना पड़ सकता है। उन्हें नौकरी से भी निकाला जा सकता है।