घाटकोपर: मुंबई के घाटकोपर होर्डिंग हादसे में बॉलीवुड स्टार कार्तिक आर्यन के मामा-मामी की भी मौत हो गई। हादसे के करीब 56 घंटे बाद दोनों का शव बाहर निकाला गया। इंदौर एयरपोर्ट के पूर्व डायरेक्टर मनोज चंसोरिया और उनकी पत्नी अनीता चंसोरिया जबलपुर के सिविल लाइन स्थित मरियम चौक में रहते थे।
परिजनों के मुताबिक, मृत दंपति अपनी कार से मुंबई गए हुए थे। वहीं सोमवार को वह वापस जबलपुर लौट रहे थे। इसी दौरान मुंबई के एक पेट्रोल पंप में पेट्रोल डलवाने रुके थे। अचानक तूफान आ गया। यदि पेट्रोल लेने नहीं रुकते, तो शायद उनकी जान बच जाती। जानकारी के मुताबिक मृतक मनोज चंसोरिया और उनकी पत्नी अनीता चंसोरिया को रविवार के दिन बेटे यश के पास अमेरिका जाना था, जिसका वीजा बनवाने मुंबई गए थे, लेकिन जब यश की बात माता-पिता से नहीं हो पाई, तब उन्हें परिजनों से पता चला कि उनके माता-पिता भी मुंबई होर्डिंग हादसे में फंस गए हैं।
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मनोज के जीजा डॉक्टर परमल स्वामी जबलपुर से रवाना
घटना के बाद अमेरिका से यश और जबलपुर से मृतक मनोज के जीजा डॉक्टर परमल स्वामी, मधु स्वामी, विनय नेमा भी मुंबई पहुंचे। जानकारी के मुताबिक घटना स्थल पर पुलिस को बुधवार के दिन मलबे में 2 शव मिले थे। तीन दिन तक शव मलबे में दबे रहने के कारण शव की पहचान नहीं हो पा रही थी। अंत में बेटे ने अंगूठी और जेवर से अपने माता-पिता की पहचान की। जिसके बाद गुरुवार के दिन मृत दंपति का मुंबई में ही अंतिम संस्कार किया गया। बता दें कि कार्तिक आर्यन मामा-मामी के घर आते जाते रहते हैं। कई बार उनके साथ शहर भी घूम चुके हैं। मृतक मनोज के पिता केपी चंसोरिया भी जबलपुर मेडिकल कॉलेज में चिकित्सक रह चुके हैं।