सरकारी अस्पताल में जेनेरिक दवाओं की कीमतों पर बढ़ी छूट | Sanmarg

सरकारी अस्पताल में जेनेरिक दवाओं की कीमतों पर बढ़ी छूट

अब तक जिन दवा दुकानों में दवा की कीमत पर छूट का स्तर 65 से 67 फीसदी छूट दी जाती थी। वहीं अब दवा की कीमत पर जीएसटी सहित 85 से 88% छूट की घोषणा की गई है!

कोलकाता : हाल ही में राज्य के सरकारी अस्पताल परिसरों में ‘पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप’ (पीपीपी मॉडल) के तैयार की गई फेयर प्राइस मेडिकल शॉप पर दवा की कीमतों में भारी छूट की घोषणा की गई है। फेयर प्राइस मेडिकल शॉप पर दवाएं बेचने वाली पंजीकृत दवा कंपनियों के नाम पिछले महीने एक नई निविदा प्रक्रिया में जारी किए गए थे।दरअसल फेयर प्राइस मेडिकल शॉप मुख्य रूप से जेनेरिक दवाओं की बिक्री करती हैं। क्योंकि ऐसी दवाओं के विज्ञापन, पैकेजिंग और मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव की लागत नहीं होती, इसलिए ब्रांडेड दवाओं की तुलना में इनकी कीमत काफी कम होती है।हालांकि, दवाओं में भारी छूट की मात्रा में वृद्धि की घोषणा के बीच कुछ डॉक्टरों के संगठन ने ऐसी दवाओं की गुणवत्ता की नियमित जांच की मांग की है। विशेषज्ञों के अनुसार बीते कुछ वर्षों में हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़, उत्तराखंड में बहुतेरे छोटी-छोटी मेडिसिन फैक्ट्रियां स्थापित हो गई हैं, जहां परीक्षण के दवाओं का निर्माण किया जा रहा है। इन जेनेरिक मेडिसिन कंपनियों को सरकारी मंजूरी भी हासिल हो जाती है, क्योंकि, देश में दवा नियंत्रण का बुनियादी ढांचा बहुत सीमित है और निगरानी नाममात्र की है। इन फैक्ट्रियों में कई नामी कंपनियां सस्ती जेनेरिक दवाएं बनाती और सप्लाई करती हैं।

 

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