कोलकाता: मरीजों और उनके परिवार के सदस्यों को आपातकालीन सहायता प्रदान करने के लिए राज्य स्वास्थ्य विभाग ने सभी सरकारी और एजेंसी द्वारा नियुक्त एम्बुलेंस में पैनिक बटन लगाना अनिवार्य किया जा रहा है।
3500 एंबुलेंस में लगेगा बटन
करीब 3000 एंबुलेंस में पैनिक बटन लगाया जा रहा है। राज्य भर में करीब 3500 एंबुलेंस स्वास्थ्य विभाग के काम से जुड़ी हैं। सीधे स्वास्थ्य परिवहन के अंतर्गत लगभग 1,000 ‘102’ एम्बुलेंस, लगभग 2,000 ‘निश्चय यान’ और 300 सरकारी एम्बुलेंस हैं। हालांकि राज्य भर में उन सभी नंबरों को एकत्र करना और उनकी कॉल पर पैनिक बटन दबाना बहुत समय लेने वाला कार्य है, लेकिन इस काम को जल्द पूरा करने का निर्णय लिया गया है। यह कार्य परिवहन विभाग के माध्यम से किया जायेगा। उनके पास इन वाहनों के बारे में सारी जानकारी है। वहां से एंबुलेंस की सारी जानकारी जुटाकर उन पर तुरंत पैनिक बटन लगा दिया जाएगा। बाकी बची एंबुलेंसों में से करीब 200 एंबुलेंस में पहले से ही पैनिक बटन लगे हुए हैं।
किस तरह काम करेगा पैनिक बटन ?
किसी भी खतरे की स्थिति में अगर एंबुलेंस में मौजूद मरीज के परिजन पैनिक बटन दबाएंगे तो अलार्म सिग्नल तुरंत राज्य परिवहन विभाग और पुलिस के कंट्रोल रूम तक पहुंच जाएगा। सूचना मिलते ही सड़क पर ट्रैफिक पुलिस एंबुलेंस की लोकेशन ढूंढेगी और जरूरी कदम उठाएगी। बताया जा रहा है कि इसी वर्ष अप्रैल तक सभी एंबुलेंस में यह सिस्टम लागू हो जाएगा।