कोलकाता : बंगाल को मिनी बिहार व उत्तर प्रदेश के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि उत्तर प्रदेश व बिहार के त्योहार जैसे छठ यहां पर बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। वहां का प्रसिद्ध खाना यानी लिट्टी चोखा ठंड में अक्सर यहां उत्सव के रूप में मनाया जाता है। दरअसल बंगाल में यूपी व बिहार के लोग ज्यादा तादाद में बसे हुए हैं। इसके साथ ही बंगाल में गंगासागर में मनायी जानेवाली मकर संक्रांति के लिए भी वहां से लाखों लोग यहां पहुंचते हैं। ऐसे में वहां की सबसे महत्वपूर्ण ट्रेनें 13105/13106 सियालदह-बलिया और 13137/13138 कोलकाता-आजमगढ़ एक्सप्रेस पिछले एक महीने से रद्द की गयी हैं। इसके कारण हजारों यात्री गंगासागर में पुण्य स्नान करने के लिए कोलकाता व सियालदह नहीं पहुंच पाये हैं। इसके अलावा भी हजारों यात्री हैं जिन्हें सियालदह व कोलकाता से बलिया व आजमगढ़ पहुंचना है लेकिन वे इन ट्रेनों के रद्दीकरण के कारण नहीं जा पा रहे हैं। उन्हें बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस बारे में डीआरएम सियालदह दीपक निगम ने सन्मार्ग को बताया कि इन ट्रेनों के रद्द रहने से हजारों यात्री ऐसे हैं जो कि गंगासागर की यात्रा में नहीं पहुंच पाये हैं।
दोनों ट्रेनों की विशेषताएं : सप्ताह में रोजाना चलनेवाली सियालदह-बलिया एक्सप्रेस के 30 स्टॉपेज होते हैं, जो कि सियालदह से छूटकर बंडेल, दुर्गापुर, हाजीपुर, छपरा, सुरेमनपुर होते हुए बलिया जाती है। वहीं कोलकाता से छूटनेवाली ट्रेन बैरकपुर, चित्तरंजन, जसीडीह, छपरा, मऊ होते हुए आजमगढ़ पहुंचती है।
ट्रेनों के रद्द होने से परेशानी बढ़ी : मूलरूप से बलिया निवासी व नागेरबाजार के रहनेवाले राहुल सिंह ने कहा कि बलिया जिले में गांव होने के कारण अक्सर किसी न किसी जरूरी काम से बलिया जाना पड़ता है लेकिन ट्रेनों के रद्द रहने के कारण वे जा ही नहीं पा रहे थे। बाद में किसी और ट्रेन से यूपी पहुंचना पड़ा। वहीं मूलरूप से आजमगढ़ निवासी व सांकराइल के रहनेवाले संजीव राय ने कहा कि उक्त ट्रेनों के रद्द रहने से परेशानी हो रही है। कुछ मुख्य कारणों से आजमगढ़ जाना है लेकिन जर्नी ब्रेक करके जाना पड़ रहा है।
किन कारणों से रद्द हुईं ट्रेनें : डीआरएम ने बताया कि पूर्वोत्तर रेलवे के अंतर्गत वाराणसी मंडल में छपरा यार्ड में रिमॉडलिंग कार्य और छपरा और गौतमस्थान रेलवे स्टेशन के बीच विद्युतीकरण कार्य के साथ दोहरीकरण तथा छपरा और छपरा कचहरी के बीच तीसरी लाइन चालू करने के संबंध में नॉन-इंटरलॉकिंग कार्य के विस्तार का काम चल रहा है। छपरा यार्ड में निर्माण कार्यों को लेकर रेलवे ने आधा दर्जन से ऊपर ट्रेनें स्थगित कर दी हैं। इससे आम यात्रियों की परेशानी बढ़ गई है। हालांकि कोहरा व निर्माण कार्यों को लेकर पहले ही करीब एक दर्जन ट्रेनें पूर्व से निरस्त चल रही हैं।
कब से कब तक ट्रेनें हैं रद्द
डीआरएम ने बताया कि सियालदह-बलिया और कोलकाता-आजमगढ़ एक्सप्रेस ट्रेनें गत 19 दिसम्बर से रद्द चल रही हैं। पहले ये ट्रेनें गत 2 जनवरी तक के लिए रद्द थीं। इसके बाद इन ट्रेनों को गत 9 जनवरी से लेकर आज तक के लिए रद्द किया गया है। आगामी सोमवार को ही पुण्य स्नान होगा। ऐसे में इसके पहले इन दोनों एक्सप्रेस ट्रेनों से आनेवाले यात्रियों का यहां आ पाना संभव नहीं है। हालांकि आज से ट्रेनों के फिर से चालू होने से परेशानी कम होगी।