कोलकाता : कलकत्ता स्टॉक एक्सचेंज (सीएसई) में कारोबार क्या 28 नवम्बर से बंद हो जायेगा। सीएसई और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के बीच करार समाप्त हो जाने के कारण यह स्थिति हुई है। करार समाप्त किए जाने के बाबत एनएसई की नोटिस पर हाई कोर्ट के एक सिंगल बेंच ने अंतरिम स्टे लगा रखा था। चीफ जस्टिस टी एस शिवंगनम और जस्टिस हिरणमय भट्टाचार्या के डिविजन बेंच ने इस अंतरिम स्टे को खारिज कर दिया है। डिविजन बेंच ने आदेश दिया है कि 28 नवंबर तक सारे सौदे का निपटान कर दिया जाए। एडवोकेट अमृता पांडे ने बताया कि सीएसई और एनएसई में 2011 के सितंबर में एक करार हुआ था। सेबी ने इस करार पर अपनी मुहर लगा दी थी। इसके बाद नियम के मुताबिक इसे पांच साल के लिए और बढ़ा दिया गया था। सेबी ने 2020 की मई में सीएसई की खामियों और बुनियादा ढांचा की कमियों पर सवाल खड़ा करते हुए एनएसई से जानना चाहा था कि क्या वह अभी भी अपने करार को जारी रखेगी। इसके बाद एनएसई ने इसी साल जुलाई में सीएसई को करार समाप्त करने की नोटिस थमा दी। इसके खिलाफ जस्टिस सब्यसाची भट्टाचार्या के कोर्ट में इस नोटिस के खिलाफ रिट दायर की गई थी। इस तरह एक सदी पुराना स्टॉक एक्सचेंज का कारोबार 28 नवंबर को थम जाएगा।
एनएसई ने बंगाल सरकार के साथ साझेदारी की
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) ने बुधवार को कहा कि उसने पश्चिम बंगाल सरकार के साथ साझेदारी की है। इसके तहत आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के जरिये पूंजी जुटाने के लिए राज्य में एमएसएमई को जागरूक किया जाएगा। इस साझेदारी के तहत एनएसई के एसएमई मंच का इस्तेमाल करके आईपीओ के जरिये पूंजी जुटाने में छोटी और मझोली इकाइयों (एमएसएमई) की मदद की जाएगी। समझौते के तहत एनएसई पश्चिम बंगाल सरकार के सहयोग से राज्यभर में संगोष्ठी, एमएसएमई शिविरों, ज्ञान सत्र, रोड शो, कार्यशालाओं का आयोजन करेगी। पश्चिम बंगाल सरकार के एमएसएमई और कपड़ा विभाग के प्रमुख सचिव राजेश पांडेय ने कहा कि एनएसई इमर्ज मंच से निवेशकों के एक बड़े समूह को अपना व्यवसाय बढ़ाने का मौका मिलेगा। एनएसई के मुख्य कारोबार विकास अधिकारी श्रीराम कृष्णन माैजूद थे।