शारदीय नवरात्रि कल से शुरू, आज ही जुटा लें कपूर, लौंग समेत ये पूजन सामग्री | Sanmarg

शारदीय नवरात्रि कल से शुरू, आज ही जुटा लें कपूर, लौंग समेत ये पूजन सामग्री

कोलकाता : 15 अक्टूबर दिन रविवार से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो रही है और इन दिन मां दुर्गा की नौ शक्तियों की पूजा की जाती है। अभी से शारदीय नवरात्रि के 9 दिन के पूजन की तैयारियों शुरू हो चुकी हैं। आश्विन मास की प्रतिपदा तिथि से आरंभ होने वाली नवरात्रि को शारदीय नवरात्रि कहते हैं और यह नवमी तिथि तक चलते है। मान्यता है कि मां भवानी नवरात्रि के नौ दिन पृथ्वी पर भ्रमण करती हैं और अपने भक्तों के कष्टों को दूर करती हैं। माता की 9 दिन की पूजा और घट स्थापना के लिए भोग, श्रृंगार का सामान, हवन, रोली, अक्षत समेत कई पूजा में प्रयोग की जाने वाली चीजों की आवश्यकता होती है। ऐसे में अगर आप नवरात्रि शुरू होने से पहले ही पूजा सामग्री लाकर रख लें तो नवरात्रि में पूजन करते समय कोई परेशानी नहीं होगी। आइए जानते हैं शारदीय नवरात्रि की पूजा में प्रयोग की जाने वाली पूजन सामग्री के बारे में…

कलश स्थापना 2023 मुहूर्त समय

शारदीय नवरात्रि में कलश स्थापना यानी घट स्थापना का मुहूर्त 15 अक्टूबर को सुबह 11 बजरकर 44 मिनट से दोपहर 12 बजकर 30 मिनट पर होगा। इस मुहूर्त में घट स्थापना कर सकते हैं। घट स्थापना के लिए मिट्टी या अष्टधातु का घड़ा ईशान कोण में स्थापित किया जाता है। कलश को ब्रह्मांड के प्रतीक के तौर पर स्थापित किया जाता है, जिसके केंद्र में सभी देवी देवता होती हैं। कलश के मुख में भगवान विष्णु, कंड में रूद्र और मूल भाग में ब्रह्माजी निवास करते हैं।

कलश स्थापना के लिए पूजन सामग्री

कलश स्थापना और मां दुर्गा की पूजा में सोलह श्रृंगार के सामान की आवश्यकता होती है, इसलिए इसे अभी से लाकर रख लें। कलश स्थापना में मौली, कलश और पांच आम के पत्ते, रोली, सिक्का, शुद्ध मिट्टी, लाल कपड़ा, गेहूं, गंगाजल और अक्षत की आवश्यकता होती है। इसके साथ ही पीतल या मिट्टी का दीपक, जौ या गेहूं, जटा वाला नारियल, रूई, बत्ती की आवश्यकता होती है।

माता के श्रृंगार के लिए सामग्री

शारदीय नवरात्रि में माता का श्रृंगार किया जाता है। इसके लिए लाल चुनरी, चूड़ी, पायल, कान की बाली, सिंदूर, महावर, बिंदी, काजल, लाली, इत्र, मेंहदी, फूल माला, बिछिया आदि श्रृंगार का सामान अभी से लाएं। ये सारी चीजें एक पैकेट में भी आ जाती हैं, जिसको लाने में ज्यादा आसानी हो जाएगी।

जवार बोने के लिए सामग्री

मिट्टी का बर्तन, मिट्टी पर रखने के लिए साफ कपड़ा, साफ जल, कलावा, शुद्ध मिट्टी, जौ या गेहूं चीजों की आवश्यकता पड़ेगी।

अखंड ज्योति के लिए सामग्री

अगर आप घर में अखंड ज्योति जला रहे हैं तो पीतल या मिट्टी का दीपक, घी, रूई बत्ती, अक्षत, रोली

9 दिन के लिए हवन सामग्री

नवरात्रि के दिन भक्त पूरे दिन 9 दिन तक हवन करते हैं। इसके लिए आपको आम की लकड़ी, हवन कुंड, काले तिल, कुमकुम, अक्षत, धूप, पंचमेवास गुग्गल, लौंग, हवन में चढ़ाने का भोग, शुद्ध जल, रोली, धूप, घी, सुपारी, कपूर, कमलगट्टा आदि का प्रयोग किया जाता है।

 

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