- 4 लाख रुपये में बेचा गया था बच्ची को, मां को मिला था 50 हजार
- गिरफ्तार 4 महिला दलालों का संपर्क विभिन्न आईवीएफ सेंटर से
- आरोप-कर्ज चुकाने के लिए महिला ने बेचा बेटी को
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : महानगर में एक 21 दिन की दूधमुंही बच्ची को बेचने के आरोप में पुलिस ने उसकी मां सहित 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। घटना आनंदपुर थानांतर्गत नोनाडांगा रेल कॉलोनी इलाके की है। अभियुक्तों के नाम रूपाली मंडल, रूपा दास, स्वप्ना सरदार, पूर्णिमा कुंडू, लालती दे और कल्याणी गुहा हैं। इनमें से रूपाली आनंदपुर, रूपा और स्वप्ना पाटुली , पूर्णिमा हरिदेवपुर, लालती बेहला एवं कल्याणी पर्णश्री इलाके की रहनेवाली हैं। अभियुक्तों को मंगलवार को अदालत में पेश करने पर उन्हें 3 अगस्त तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। वहीं बच्ची को होम में भेज दिया गया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार इस मामले में गिरफ्तार रूपा दास, स्वप्ना सरदार, पूर्णिमा कुंडू और लालती दे महानगर के अलग-अलग आईवीएफ सेंटर में काम करती हैं। सूत्रों के अनुसार पुलिस को संदेह है कि यह लोग आईवीएफ सेंटर में आने वाले दंपति के लिए किराये पर कोख देने वाली महिला की जुगाड़ करते हैं। फिलहाल उनसे पूछताछ कर इस पहलू पर जांच की जा रही है।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार सोमवार को आनंदपुर थाने की पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि नोनाडांगा की रहनेवाली रूपाली मंडल की 21 दिन की दूधमुंही बच्ची बीते दो दिनों से गायब है। यही नहीं उक्त महिला इलाके में लोगों से लिए गए कर्ज को चुका रही है। उक्त सूचना मिलते ही आनंदपुर थाना प्रभारी सुमन नस्कर के नेतृत्व में एसआई गौतम दास ने जांच शुरू की। प्राथमिक जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि महिला ने 30 से 40 हजार रुपये का कर्ज चुकाया है। इसके बाद संदेह होने पर पुलिस ने रूपाली को थाने में लाकर पूछताछ की तो पहले उसने बताया कि वह लोगों के घर में नौकरानी का काम करती है। काम पर जाते वक्त वह बच्ची को अपने एक रिश्तेदार के घर में रख देती है। पुलिस ने जब रूपाली से सख्ती से पूछताछ की तो उसने कहा कि बच्ची को उसने अपनी एक दोस्त रूपा दास को दिया है। रूपा ने पूछताछ के दौरान बताया कि रूपाली ने अपनी बेटी को उसकी सहायता से पर्णश्री की रहनेवाली कल्याणी गुहा को बेच दिया है। रूपाली के बयान पर पुलिस ने पहले रूपा को पाटुली इलाके से गिरफ्तार किया। रूपा से पूछताछ करने पर पुलिस को और 3 महिला दलालों के बारे में पता चला। रूपा के बयान के आधार पर पुलिस ने स्वप्ना सरदार, पूर्णिमा कुंडू, लालती दे को गिरफ्तार किया। लालती से पूछताछ करने के बाद पर्णश्री में रहनेवाली कल्याणी गुहा के पास से बच्ची का उद्धार किया गया। पुलिस ने कल्याणी को भी गिरफ्तार कर लिया। कल्याणी का पति रेलवे कर्मचारी है। उन्हें बच्चा नहीं होने के कारण उसने उक्त महिलाओं की मदद से बच्ची को खरीदा था।
6 महीने पहले पति ने साथ रहना छोड़ दिया था
पुलिस के अनुसार नवजात बच्ची को बेचने के आरोप में गिरफ्तार रूपाली मंडल ने बताया कि 6 महीने पहले पति ने उसके साथ रहना छोड़ दिया था। उसके पहले से दो बच्चे हैं। इस बीच तीसरी बार गर्भवती होने के बाद वह बच्चे के पालन-पौषण को लेकर चिंतित हो गयी। पति के छोड़ के चले जाने के बाद वह किसी तरह लोगों के घरों में नौकरानी का काम कर बच्चों का भरण-पोषण करती थी। तीसरी बार गर्भवती होने के बाद से वह परेशान रहा करती थी। इस बीच उसका काफी कर्ज हो गया। कुछ महीने पहले उसका परिचय रूपा दास से हुआ था। रूपा ने ही उसे बच्ची को बेचने पर अच्छी रकम दिलाने की बात कही। आरोप है कि रूपा ने अन्य तीन महिला दलालों के माध्यम से रूपाली की बच्ची को पर्णश्री की रहनेवाली कल्याणी को बेच दिया। अभियुक्तों ने बच्ची को बेचने के एवज में 4 लाख रुपये कल्याणी के पास से लिया था, हालांकि बच्ची की मां को मात्र 50 हजार रुपये अभियुक्तों ने दिया था। फिलहाल पुलिस अभियुक्तों से पूछताछ कर पता लगा रही है कि इससे पहले भी उन्होंने किसी बच्ची को बेचने का काम किया है या नहीं।