सन्मार्ग संवाददाता
पंचायत चुनाव में कुछ दिन लोगों को हाे सकती है भारी परेशानी
बसें सड़कों से हो जायेंगी नदारद
कोलकाता : आगामी 8 जुलाई को राज्य में पंचायत चुनाव होने वाला है जिसके लिये सुरक्षा-व्यवस्था समेत सभी तरह की तैयारियां चल रही हैं। हालांकि पंचायत चुनाव के समय कुछ दिन लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि इस दौरान बसें कोलकाता से लगभग गायब हो जायेंगी। ज्वाइंट काउंसिल ऑफ बस सिंडिकेट के सचिव तपन बनर्जी ने बताया कि पहले ही निजी बसों के अधिग्रहण को लेकर हमने अपनी कई मांगें रखी हैं। दैनिक बस किराया से लेकर श्रमिकों को दैनिक खुराकी समेत 7 सूत्रीय मांगों को लेकर राज्य के परिवहन मंत्री, परिवहन सचिव व राज्य चुनाव आयाेग को एक महीने पहले चिट्ठी दी गयी थी। हालांकि इसे लेकर कोई जवाब नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि इस बार केंद्रीय वाहिनी के अधीन चुनाव होगा। एक ओर राज्य पुलिस के लिये बस लगती है और दूसरी ओर, केंद्रीय वाहिनी के लिये बस लगेगी, इसके बाद चुनाव का संचालन करने हेतु मतदान कर्मियों के लिये भी बस लगेगी। ऐसे में इस बार पंचायत चुनाव के दौरान कोलकाता समेत राज्य में बसों की भारी किल्लत हो सकती है। कोविड काल के बाद यूं ही बसों की संख्या कम हो गयी है और इस बार पंचायत चुनाव में बसें ना के बराबर रहेंगी। गत विधानसभा चुनाव में लगी थी 70% बसें गत विधानसभा चुनाव में लगभग 70% बसें चुनावी ड्यूटी में लगी थी। लगभग 15,000 बसें इस दौरान सड़कों से गायब हो गयी थी जिस कारण लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा था। इस बार पंचायत चुनाव के दौरान भी कुछ दिनों तक लोगों को ऐसी ही स्थिति का सामना करना पड़ सकता है।