सर्जना शर्मा/अंजलि भाटिया
नयी दिल्ली : संसद के मॉनसून सत्र का पहला दिन बहुत हंगामेदार रहा। पहलगाम हमला, ऑपरेशन सिंदूर, एयर इंडिया विमान हादसा और बिहार मतदाता सूची को लेकर विपक्ष ने सरकार को घेरा, विरोध और नारेबाजी की। लोकसभा में इंडिया ब्लॉक ने इतना हंगामा किया कि स्पीकर ओम बिड़ला को 3 बार कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। शून्यकाल नहीं चल पाया, प्रश्न काल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 मिनट के लिए आए और चले गए, इस पर विपक्ष ने बहुत हंगामा किया, तब 4 बजे तक के लिए लोकसभा स्थगित कर दी गई। बाद में पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी। सूत्रों के अनुुसार सरकार संसद के मानसून सत्र में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के लिए तैयार हो गई है। अगले हफ्ते इस मुद्दे पर लोकसभा में 16 और राज्यसभा में 9 घंटे बहस होगी।
विपक्ष की मांग : राज्यसभा में भी विपक्ष ने ऑपरेशन सिंदूर पर प्रधानमंत्री मोदी से सदन में बयान देने की मांग की। राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने सदन को बताया कि बहस के लिए 18 नोटिस मिले हैं। कांग्रेस अध्यक्ष्ा मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा - सरकार बताए किसके दखल से सीजफायर किया गया। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 24 बार ये बयान दे चुके हैं कि उनके दखल से भारत पाकिस्तान के बीच सीजफायर हुआ। सरकार ने जिन 4 नए सांसदों को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया है उनमें से 3 ने पहले दिन सोमवार को पद और गोपनीयता की शपथ ली। भारत के पूर्व विदेश सचिव और जी-20 के शेरपा हर्षवर्धन शृंगला के लिए ये एक नयी पारी है।