

नयी दिल्ली : दिल्ली कार ब्लास्ट कट्टरपंथी इस्लामी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने कराया था। ब्लास्ट करने वाला आतंकी डॉ. उमर मोहम्मद जैश से जुड़ा था। सूत्रों के अनुसार, एक विदेशी हैंडलर इस मॉड्यूल को निर्देश दे रहा था। विदेश में बैठे इस हैंडलर की पहचान सुरक्षा एजेंसियों ने कर ली है। आतंकी हमले में कुल 20 किरदारों की पहचान हुई है, इनमें आतंकी डॉक्टरों का पूरा गैंग और स्लीपर सेल था। इन्हें आतंकी बनाने वाले दो मौलवी भी पुलिस के शिकंजे में आ गए हैं।
इंडिया गेट, लाल किला था निशाने पर
इंडिया गेट, लाल किला, 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह जैसे बड़े टारगेट इन आतंकियों ने चुने थे। दावा है कि ये आतंकी 26/11 (मुबंई आतंकी हमला, जिसमें 167 लोग मारे गए थे) से भी बड़ा हमला करने की फिराक में थे, लेकिन साजिश बेनकाब हो गई। इस नए आतंकी मॉड्यूल में अब तक 15 गिरफ्तारियां हुई हैं। अधिकांश फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़े थे। डॉ. आदिल अहमद, डॉ. मुजम्मिल गनी और उसकी प्रेमिका डॉ. शाहीन शाहिद की गिरफ्तारी हो चुकी है। उनके चौथे साथी डॉक्टर उमर मोहम्मद ने ही आतंकी धमाका किया।
10 गिरफ्तार, 9 हिरासत में, एक फरार
5 गिरफ्तारियां जम्मू-कश्मीर से हुई हैं, जिनके नाम आरिफ, यासिर, मकसूद, इरफान और जमीर हैं। सहारनपुर से डॉ. आदिल अहमद, फरीदाबाद से डॉ. मुजम्मिल शकील अहमद और डॉक्टर शाहीन शाहिद, लखनऊ से शाहीन का भाई डॉ. परवेज, कश्मीर से उमर के दोस्त डॉ. जहूर और डॉ. सज्जाद की गिरफ्तारी की जा चुकी है। अल फलाह यूनिवर्सिटी की लैब के 4 कर्मी भी हिरासत में लिए गए हैं।कश्मीर से तीन हैंडलर तारिक, उमर और आमिर भी हिरासत में, फरीदाबाद सेक्टर 56 से एक और हिरासत में। अल फलाह यूनिवर्सिटी का डॉ. निसार फरार है जबकि यहीं से MBBS कर रही उसकी बेटी से पूछताछ की जा रही है।
दो मौलवी हिरासत में
जम्मू कश्मीर पुलिस ने हरियाणा के मेवात से एक मौलवी और कश्मीर से एक मौलवी को हिरासत में लिया। मौलवी इश्तियाक को श्रीनगर लाया गया है। वह फरीदाबाद में अल फलाह यूनिवर्सिटी परिसर में किराये पर रह रहा था। पुलिस ने उसके घर से ही 2,500 किलोग्राम से अधिक अमोनियम नाइट्रेट, पोटेशियम क्लोरेट और सल्फर बरामद किया था। जम्मू कश्मीर पुलिस ने 10 नवंबर को हरियाणा और उत्तर प्रदेश की पुलिस के साथ मिलकर प्रतिबंधित जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवत-उल-हिंद के ‘सफेदपोश’ आतंकी नेटवर्क का पर्दाफाश करने के लिए अंतरराज्यीय स्तर पर छापामारी की थी। मौलवी इश्तियाक के आवास पर विस्फोटक सामग्री डॉ. मुजम्मिल गनई उर्फ मुसैब और डॉ. उमर नबी ने रखी थी।