कोलकाता : विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में बुधवार को अलीपुर जू में आयोिजत एक कार्यक्रम में मंत्री बीरबाहा हांसदा, अलीपुर जू के डायरेक्टर शुभंकर सेनगुप्ता, सौरभ चौधरी, डॉ. मधुमंजरी मंडल, सुचंद्रा कुंडू, डॉ. काना तालुकदार, पियाली भट्टाचार्य व अनिरुद्ध मुखर्जी मौजूद थे। साथ ही इस कार्यक्रम में कुल 8 कॉलेज जैसे स्कॉटिश चर्च कॉलेज, नरसिंहा दत्त कॉलेज हावड़ा, आशुतोष कॉलेज, सिटी कॉलेज, दमदम मोतीझील कॉलेज, गुरुदास कॉलेज, बंगबासी कॉलेज और बजबज कॉलेज के छात्र और शिक्षक शामिल हुए। कार्यक्रम में जानवरों को अडॉप्ट करने और पर्यावरण संरक्षण के संदर्भ में चर्चा हुई। कार्यक्रम के माध्यम से लोगों को संदेश दिया गया कि वह वार्षिक आधार पर जानवरों को अडॉप्ट कर सकते हैं। अडॉप्ट करने का मतलब यह नहीं है कि आप जानवरों काे घर ले जाएं, बल्कि इसका मतलब है कि आप जिस भी जानवर को अडॉप्ट करेंगे उनके खानपान का कुछ हिस्सा सिर्फ आपको चिड़ियाघर में देना होगा। साथ ही कार्यक्रम में बढ़ रही ग्लोबल वार्मिंग से बचने के लिए ज्यादा से ज्यादा पेड़ पौधे लगाने और पर्यावरण को बचाने के विषय में आने वाली पीढ़ी को जागरूक किया गया। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर अलीपुर जू से डॉक्टर्स चॉइस बीबीआरएल फाउंडेशन ने 10 अलग-अलग जानवरों को अडॉप्ट किया। साथ ही कई संस्थाओं व कई लोगों ने भी जानवरों को अडाॅप्ट किया। इस अवसर पर मंत्री बीरबाहा हांसदा ने कहा कि आज के दौर में लोगों को कभी भीषण गर्मी तो कभी अचानक तूफान का सामना करना पड़ता है, यह सब पर्यावरण से छेड़छाड़ करने का परिणाम है। । मौके पर शुभंकर सेनगुप्ता ने कहा कि इस कार्यक्रम का थीम लैंड रेस्टोरेशन, स्टॉपिंग डिजर्टिफिकेशन और बिल्डिंग ड्राउट रेसिलिएंस पर आधारित है। उन्होंने कहा कि ज्यादा से ज्यादा पेड़-पौधे लगाना ही ग्लोबल वार्मिंग से बचने का एकमात्र उपाय है। उन्होंने कहा कि अलीपुर चिड़ियाघर में जानवरों के रहन-सहन के अनुकूल पर्यावरण बनाया जाता है और खाना-पानी दिया जाता है।