हावड़ा : गत बुधवार की रात आरजी कर अस्पताल में हुई तोड़फोड़ के मामले में कोलकाता पुलिस ने अब तक कुल 25 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें मध्य हावड़ा का चिराग झांझरिया भी शामिल है। चिराग के माता कविता -पिता रामकुमार झांझरिया का कहना है कि वह तोड़फोड़ की घटना में शामिल नहीं है। उसे झूठे मामले में फंसाया जा रहा है। वह जादवपुर यूनिवर्सिटी से संबद्ध जीडी बिरला में बीबीए फाइनल ईयर का छात्र है। वह यहां से मुंबई पढ़ाई करने के लिए जाने वाला था।
आरजी कर की घटना को लेकर निकली महिलाओं की रैली में वह भी डॉक्टर के लिए न्याय मांगने के लिए गया था। हालांकि उसे हमलोगों ने मना किया था लेकिन वह समय पर नहीं निकलकर देरी से निकला था। उसके पिता का कहना है कि करीब पौने 2 बजे रात के आसपास निकला था जबकि यह घटना 12 से 1 बजे की है। पिता का कहना है कि पुलिस ने उसे क्यों पकड़ा है? इसके साथ ही चिराग पकड़ा गया है, वह भी जानकारी चिराग ने अपने पिता को फोन कर दी। उसने अपना लोकेशन पिता को शेयर किया तो वे लालबाजार पहुंचे। वहां से उसके पिता को टाला थाना भेज दिया गया। जहां पर भी उन्हें कुछ जानकारी नहीं मिली। उसे अपराधी बनाया गया है। उसपर कई तरह के गैर जमानती धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने कोलकाता पुलिस और सरकार से दरख्वास्त किया है कि उनके बेटे को छोड़ दिया जाए। उन्हें अपने बेटे से मिलने दिया जाये। इस घटना की जानकारी मिलने के बाद मां और पूरे परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है।