कोलकाता : मोबाइल फोन इन दिनों इंसान के रोजमर्रा के जीवन का अभिन्न हिस्सा बन गया है। बैंक का लेनदेन करना हो या टिकट बुकिंग करना या फिर वीडियो कॉल करना सभी कुछ मोबाइल ने आसान बना दिया है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण भूमिका सिम कार्ड निभाती है। ऐसे में साइबर ठगों ने मोबाइल के सिम कार्ड को ही ठगी का नया हथियार बना लिया है। ऑनलाइन लूट की साजिश रचने वाले ठग अब लोगों को कॉल कर अगले दो घंटे में सिम ब्लॉक होने की धमकी देकर डरा रहे हैं। डर एक ऐसी चीज है जो अच्छे-अच्छों से बिना सोचे-समझें कुछ भी करवा सकती है और ये बात ठग बखूबी जानते हैं। खास कर जब इस तरह का कॉल आता है तो लोग डर जाते हैं और फिर बिना सोचे समझें ठगी करने वालों की बातों में आकर गलत कदम उठा लेते हैं। इसी गलती की वजह से लोगों का बैंक अकाउंट तक खाली हो जाता है। ऐसा पहली बार नहीं है जब लोगों को इस तरह के कॉल्स आ रहे हैं, पहले भी इस तरह के कॉल्स आते रहे हैं। डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन भी लोगों को समय-समय पर अलर्ट करता रहता है कि इस तरह के कॉल्स फेक हैं और इस तरह के कॉल्स डॉट (डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन) की तरफ से नहीं किए जा रहे हैं।
ठग कैसे देते हैं साजिश को अंजाम
रुपये लूटने के लिए पहले तो लोगों को कॉल किया जाता है और फिर कहा जाता है कि आपकी सिम अगले दो घंटे में बंद हो जाएगी। अगर आप चाहते हैं कि आपकी सिम एक्टिव रहे तो आप 9 नंबर दबाएं। आपको ऐसी गलती नहीं करनी है और ठगी करने वालों की बातों में नहीं आना है। ऐसा कॉल आए तो आपको कॉल कट कर देना चाहिए और अपने घर के नजदीकी टेलीकॉम कंपनी के स्टोर जाकर भी अपने सिम का स्टेटस पता कर सकते हैं और पूछ सकते हैं कि क्या आपकी सिम बंद होनी वाली है।
प्री एक्टिवेटेड सिम कार्ड के जरिए किये जा रहे हैं फोन
कुछ दिनों पहले उत्तर कोलकाता के एक पुलिस अधिकारी के पास भी एक ऐसा ही कॉल आया था। सिम ब्लॉक होने की बात सुनकर खुद पुलिस अधिकारी कुछ देर के लिए सोच में पड़ गए थे। जालसाजों की तरफ से रिकॉर्डेड मैसेज भेजा गया कि उनका सिम कार्ड दो घंटे में बंद होने वाला और अगर इसे रोकना चाहते हैं तो 9 नं. बटन दबाये।
हालांकि अदिकारी ने बटन नहीं दबाया। इसके बाद उन्होंने जिस नंबर से फोन आया तो उसके बारे में पता लगाय। जांच में अभी तक पुलिस को पा नहीं चला कि उक्त नं. किसने और कहां पर लिया था। यही नहीं उक्त नंबर को किस टेलीकॉम कंपनी जारी किया था यह भी तकपता नहीं चल पाया। पुलिस के अनुसार अगर कोई व्यक्ति जालसाजों के इस चाल में फंस जाता है तो ठगों तक पहुंचना काफी मुश्किल हो जाएगा।
इन तीन बातों को रखें ध्यान
1. अगर आप लोगों को 2 घंटे में सिम ब्लॉक करने की धमकी वाला कॉल आए और सामने वाला व्यक्ति आपसे आपकी निजी जानकारी मांगे तो आपको अपनी पर्सनल डिटेल्स किसी अनजान व्यक्ति के साथ शेयर नहीं करनी है।
2. हमेशा इस बात को ध्यान रखें कि डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन या फिर आपकी टेलीकॉम कंपनी कभी आपको इस तरह के कॉल नहीं करेगी। अगर आपको इस तरह का फिर भी कोई कॉल आता है तो समझ जाएं कि ये एक फेक कॉल है।
3.तीसरी बात जो आपको ध्यान में रखनी है वह यह है कि स्थानीय पुलिस स्टेशनव साइबर क्राइम थाने के अलावा नेशनल साइबर क्राइम पोर्टल के जरिए शिकायत जरूर दर्ज करें।