हांगकांग : भारत ए ने एमर्जिंग एशिया कप के फाइनल में बुधवार को बांग्लादेश ए को 31 रन से हराकर खिताब अपने नाम कर लिया। भारत टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 127 रन ही बना सका, लेकिन श्रेयांका और मन्नत की गेंदबाजी ने बांग्लादेश को 96 रन पर ऑलआउट कर दिया। कनिका आहूजा ने भी चार ओवर में 23 रन देकर दो विकेट हासिल किए, जबकि टिटास साधु ने एक विकेट चटकाया। लक्ष्य का पीछा करने उतरी बांग्लादेश को 128 रन का मामूली स्कोर हासिल करना था, लेकिन मिशन रोड ग्राउंड की धीमी पिच पर भारतीय स्पिनर बांग्लादेशी की टीम पर पूरी तरह से हावी रहे।
बांग्लादेश के लिए नाहिदा अख्तर सर्वाधिक 17 रन बनाकर नाबाद रहीं, जबकि टीम के आठ बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू सके। शोभना मोस्टरी ने 16 रन बनाए जबकि सलामी बल्लेबाज शाथी राणा ने 13 रन का योगदान दिया। इससे पूर्व, दिनेश वृंदा (29 गेंद 36 रन) ने तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए भारत के लिए सर्वाधिक रन बनाए। उन्होंने अपनी पारी में पांच चौके और एक छक्का जड़ा। सलामी बल्लेबाज श्वेता सेहरावत (20 गेंद 13 रन) और उमा छेत्री (20 गेंद 22 रन) के छोटे स्कोर पर आउट होने के बाद मध्यक्रम भी असफल रहा, लेकिन कनिका आहूजा ने महत्वपूर्ण जिम्मेदारी को निभाते हुए 30 रन की नाबाद पारी खेलकर भारत को 20 ओवर में सात विकेट खोने के बाद 127 के स्कोर तक पहुंचा दिया।
कनिका ने 23 गेंद की पारी में चार चौके जमाए। भारतीय टीम मंगलवार को श्रीलंका के खिलाफ सेमीफाइनल धुल जाने के बाद सेमीफाइनल में पहुंची थी। इस टूर्नामेंट में भारत ने फाइनल से पहले सिर्फ मेजबान हांगकांग का सामना किया, जहां उसे नौ विकेट से जीत मिली। इसके अलावा भारत के अन्य तीनों मैच बारिश में धुल गए। उल्लेखनीय है कि बारिश ने पूरे टूर्नामेंट में खलल डाला, जिससे कुल आठ मैच रद्द हुए।
श्रेयांका ने ऐसे झटके 9 विकेट
फाइनल मुकाबले में श्रेयांका पाटिल ने 13 रन देकर 4 विकेट चटकाए। खास बात यह है कि इन 13 रन में से 5 रन तो श्रेयांका ने वाइड गेंद पर दिये। श्रेयांका पाटिल इस टूर्नामेंट की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी रहीं। 20 साल की इस ऑफ स्पिनर ने महज 2 मैचों में 9 विकेट चटकाए। हॉन्ग कॉन्ग के खिलाफ लीग मैच में श्रेयांका ने 2 रन देकर 5 विकेट झटके थे और अब फाइनल में उन्होंने 13 रन देकर 5 विकेट लिए।