नई दिल्ली : धूप से कई सारे फायदे हैं। धूप से कई प्रकार के कीटाणु नष्ट हो जाते हैं। धूप में रहने से शरीर से पर्याप्त मात्रा में पसीना निकलता है और शरीर के अन्दर का दूषित पदार्थ गल कर बाहर निकल जाता है। वेदों में भी धूप के बारे में लिखा गया है। अथर्ववेद के अनुसार- अनुसूर्यमुदयतां हृदयोतो हरिमा चते। गौ रोहितस्य वर्णन तेन त्वा परिद्धयसि, यानि बीमार लोगों के लिए सुबह के समय की लाल धूप बहुत ही अच्छी मानी गयी है। इससे ह्रदय सम्बन्धी बीमारियां दूर होती हैं। वेदों में यह भी कहा गया है कि इस मंत्र को पढ़ते हुए लाल कांच के बर्तन में पानी रख दें और उस पर सुबह के समय की लाल किरणें पड़ने दें। बाद में इस पानी को पी लें। अस्थमा और हार्ट अटैक जैसी समस्याओं से छुटकारा मिलेगा। प्राचीन ग्रंथ अथर्ववेद में सुबह धूप स्नान हृदय को स्वस्थ रखने का कारगर तरीका बताया गया है। सूर्य के प्रकाश में सात रंग होते हैं। उन सात रंगों में से सब किरणें अलग तरह का फायदा पहुंचाती है।
धूप से बीमारियों का इलाज
सुबह की धूप – सुबह की समय की धूप में 80 प्रतिशत केवल लाल किरण होती है। लाल रंग से जोड़ों का दर्द, सर्दी का दर्द, सूजन, मोच, गठिया जैसे रोगों से निजात मिलती है।
नींद न आने पर- धूप सेंकने से नींद नहीं आने की समस्या दूर होती है क्योंकि धूप का सीधा असर हमारे पीनियल ग्लैंड पर होता है। यह ग्लैंड शरीर में मेलाटोनिन नामक हॉर्मोन बनाता है। एक ऐसा पावरफुल एंटी-ऑक्सीडेंट मेलाटोनिन हमारी नींद की क्वॉलिटी तय करता है और डिप्रेशन को भी दूर रखता है।
सूर्य स्नान- सूर्य की रोशनी में कीटाणुनाशक शक्तियां हैं। अमेरिका और इंग्लैंड में सूर्य स्नान का रिवाज है। इसलिए हर दिन कम से कम 10 मिनट धूप में रहना चाहिए।
टीबी में सूर्य का चमत्कार- क्षय रोग या टीबी होने से सूर्य किरणों से बहुत अधिक फायदा होता है। क्षय के रोगी को धूप में 10 से 20 मिनट तक बैठना चाहिये। शरीर पर जितने कम कपड़े रहें उतना अच्छा है।