क्या आप भी खर्राटों से हैं परेशान? तो आज से ही शुरू करें ये उपचार | Sanmarg

क्या आप भी खर्राटों से हैं परेशान? तो आज से ही शुरू करें ये उपचार

कोलकाता : क्या आप भी रात में सोते समय खर्राटों से परेशान रहते हैं। हालांकि, खर्राटे लेने वाले इंसान के लिए यह उतनी समस्‍या वाली बात नहीं लगती लेकिन जो भी उसके आसपास सोता है उसकी नींद खराब हो जाती है। अगर आपके घर में भी कोई खर्राटे लेता है तो आज जरूर इस प्रॉब्‍लम से जूझ रहे होंगे। आइए जानते हैं क‌ि इन खर्राटों से कैैसे मुक्ति पाई जा सकती है।

करवट लेकर सोना:-तनाव होने पर या सोने से पहले झूठ बोलने से खर्राटे आने का खतरा हो सकताहै। अगर पीठ के बल या सीधी अवस्था में सोते हैं तो भी खर्राटे की संभावनाहोती है लेकिन करवट लेकर सोने से खर्राटे होने का खतरा कम हो जाता है।

नींद की गोलियों से बिलकुल दूर रहें:-नींद की गोलियां सेवन करने से तनाव बढऩे का खतरा काफी हद तक बढ़ जाता है, इसके साथ ही जबड़े की मांसपेशिया कड़ी हो जाती है जिससे खर्राटे की समस्या शुरू हो जाती है स चूँकि खर्राटे हृदय रोग से जुड़ा हुआ असुरक्षित मुद्दा है इसलिए किसी भी समय नींद की गोलियों के साथ शराब का सेवन मत करें नहीं तो इसका असर उल्टा होता है।

ज्यादा वजन:-शरीर का वजन ज्यादा है तो सोने से विशेष रूप से गर्दन की मांसपेशियों पर दवाब की स्थिति बनतीहै जिससे खर्राटे की समस्या हो जाती है। इसलिये वजन को नियंत्रित रखना अत्यंत आवश्यक हैं।

– दमा और एलर्जी रोगियों को यदि दमा या एलर्जी की बीमारी है तो जब वो सो रहे होते हैं और होंठों से हवा ले रहे होते हैं तो खर्राटे ज्यादा बढ़ सकते हैं।

खर्राटों से बचाव के उपाय

खर्राटों की समस्या से छुटकारा पाने लिए नाक का रास्ता साफ रखना चाहिए। नाक का रास्ता साफ रखने के लिए थोड़ा गुनगुना सरसों के तेल नाक में डाल सकते हैं। आज कल बाजार में नाक की स्ट्रिप भी मौजूद हैं।

आसपास के वातावरण को नम बनाएं। यह आवश्यक है कि बेडरूम का वातावरण नम रहे। हवा सूखी होने से नाक के भीतर पर्दे में परेशानी हो सकती है। इस प्रक्रिया में गले में भी खुजली और परेशानी होती है।

पीठ के बल सोने पर:-

अधिकांश लोग पीठ के बल सोते हैं। ऐसे में भी खर्राटे आते हैं। इससे सोने की आदतों में सुधार करके निबटा जा सकता है। कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो कैसे भी सोएं, वे हर हाल में खर्राटे लेते हैं। यदि ऐसा है तो इसका इलाज अवश्य करवाइये।

ऐसे करें सुधार:-सोने की पोजीशन बदलनी होगी। सोते समय सिर को चार इंच ऊपर उठाकर रखने सेसांस लेने में मदद मिलेगी। इससे जीभ और जबड़े को आगे आने में सहायता होगी। पीठ के बल नहीं सोना चाहिए।

गरारे करें यदि नाक में कुछ समस्या है तो सोने से पहले नमक वाले पानी से गरारे करके सोएं। दूसरा रास्ता नाक को सा फरखने का है। इससे श्वांस लेने में मदद मिलेगी।

सोने का निश्चित समय रखें खर्राटे रोकने के लिए आवश्यक है कि सोने का कोई निश्चित समय हो। सही समय पर सोने जाएं और इसे न बदलें। इससे अवश्य लाभ मिलेगा। नियमित योग, व्यायाम करें अपने चिकित्सक से बराबर सम्पर्क में रहें। अपनी दिनचर्या नियमित रखें।

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