कोलकाता : इंटरस्टिशियल लंग डिजीज (आईएलडी) के खिलाफ लड़ाई को आगे बढ़ाने की पहल में अपोलो मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल, कोलकाता ने पूर्वी भारत में पहला आईएलडी क्लिनिक शुरू किया। इस अवसर पर अपोलो हॉस्पिटल ग्रुप के सीईओ (पूर्वी क्षेत्र) राणा दासगुप्ता, चिकित्सा सेवाओं के निदेशक डॉ. सुरिंदर सिंह भाटिया,रुमेटोलॉजिस्ट डॉ. श्यामासिस बंद्योपाध्याय, पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. अशोक सेनगुप्ता, डॉ. सुभाशीष घोष, डॉ. अरिंदम मुखर्जी, डॉ. देवोपम चटर्जी, क्रिटिकल केयर विशेषज्ञ डॉ. सुरेश राम सुब्बन, डॉ. आसिफ इकबाल, डॉ. सैबल मोइत्रा और हृदय एवं श्वसन क्रिटिकल केयर विशेषज्ञ और ईसीएमओ चिकित्सक डॉ. अर्पण चक्रवर्ती उपस्थित थे। आईएलडी से ग्रसित मरीज के फेफड़ों में सूजन और घाव तैयार होते हैं। आईएलडी से ग्रसित मरीज को लगातार खांसी और सांस फूलना की शिकायत होती है। अपोलो हॉस्पिटल्स ग्रुप के सीईओ (पूर्वी क्षेत्र) राणा दासगुप्ता ने कहा कि आईएलडी क्लिनिक के शुरू होने से न केवल आईएलडी रोगियों के इलाज में बल्की गंभीर स्थिति का सामना कर रहे रोगियों को भी काफी सहायता प्राप्त होगी। आईएलडी क्लिनिक की एक उल्लेखनीय विशेषता है कि यह मल्टी डिसिप्लिनरी डिस्कशन (एमडीडी) क्लिनिक है, जिसमें पल्मोनोलॉजिस्ट, क्रिटिकल केयर स्पेशलिस्ट, रेडियोलॉजिस्ट, रुमेटोलॉजिस्ट, रिहैबस्पेशलिस्ट, पैथोलॉजिस्ट, थोरैसिक सर्जन और कुशल नर्सिंग स्टाफ सहित विशेषज्ञों की एक व्यापक टीम शामिल है।